Ayodhya News: उत्तर प्रदेश (UP) के अयोध्या में सरयू (Saryu) नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है. केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के मुताबिक बाराबंकी (Barabanki) जिले में बने एल्गिन ब्रिज पर नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. यही स्थिति रही तो सरयू का जलस्तर अगले कुछ घंटों में खतरे के निशान को पार कर जाएगा. इसकी वजह से केंद्रीय जल आयोग अयोध्या प्रशासन को लगातार जलस्तर की अपडेट भेज रहा है, जिससे समय पर बचाव को लेकर कदम उठाए जा सके.
अयोध्या में मोक्षदायिनी सरयू का बड़ा महत्व है. यही वजह है कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालु सरयू में डुबकी लगाना नहीं भूलते. ऐसी मान्यता है कि सरयू स्नान करने से जाने-अनजाने हुए पाप से मुक्ति ही नहीं मिल जाती बल्कि मानव जीवन चक्र से भी मुक्त हो जाता है. अयोध्या ही नहीं गोंडा और बस्ती समेत कई जिले सरयू के किनारे बसे हुए हैं. यही कारण है कि जब सरयू का जलस्तर बढ़ता है तो इसकी किनारे बसे तटवर्ती गांव के लोगों पर खतरा बढ़ जाता है. सरयू का डेंजर लेवल 92.730 है. मौजूदा समय में सरयू का जलस्तर के इस लेवल से महज 10 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. पिछले 5 दिनों से सरयू का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.
केंद्रीय जल आयोग के इंजीनियर ने क्या कहा?
केंद्रीय जल आयोग के इंजीनियर अमन चौधरी का कहना है कि एल्गिन ब्रिज पर तो अभी सरयू खतरे के निशान को पार कर चुकी है, अयोध्या में भी खतरे के निशान के पास आ गई है. सरयू का जलस्तर 92.630 चल रहा है जो खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर नीचे है. बैराज से जिस तरह पानी छोड़ा जा रहा है, अगर ऐसा ही रहा तो खतरे के निशान को पार कर जाएगी. बाकी प्रति घंटे के हिसाब से जलस्तर से जुड़ी सूचनाएं ऊपर साझा कर रहे हैं, उसके हिसाब से अलर्ट रहने के बारे में भी बताया जा रहा है. सुविधाएं भी प्रोवाइड कराई जा रही हैं. एल्गिन ब्रिज के बाद तटवर्ती क्षेत्र में भेलसर और नवाबगंज नीचे आते हैं. इस तरह के तटवर्ती क्षेत्र में काफी पानी भर जाता है, जिससे बाढ़ का खतरा बना रहता है.
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