Ayodhya Flood: अयोध्या (Ayodhya) में सोहवल से गोंडा (Gonda) जनपद को जाने वाले ढेमवा पुल पर भी सरयू का जलस्तर बढ़ने के साथ ही कटान शुरू हो गया है. बीते साल पुल से आगे दोनों जनपदों को जोड़ने वाली सड़क बाढ़ की चपेट में आने की वजह से पहले ही बह चुकी है. इसके बाद यहां सड़क तो नहीं बनी लेकिन उसकी जगह बालू डाल कर आवागमन हो रहा था, लेकिन इस बार सरयू (Saryu River) में जलस्तर बढ़ने के साथ ही बालू की सड़क तो पानी में बह ही गई अब ढेमवा पुल भी कटान की जद में आ गया है.


सड़क के बह जाने की वजह से अब लोगों को अपने खेतों से घूमकर नाव के सहारे इस पार से उस पार जाना पड़ रहा है, लेकिन अगर बाढ़ का पानी खतरे के निशान को पार करता है तो आसपास के गांव को भी ये नुकसान पहुंचा सकता है. बीते वर्ष आई बाढ़ के दौरान पुल के बाद बनी गोंडा जनपद क्षेत्र की सड़क कटान की चपेट में आ गई थी, जिसकी मरम्मत नहीं होने की वजह से टूटी सड़क के बावजूद रेत डालकर सड़क का रूप देकर और आवागमन जारी रहा, लेकिन अब नदी का जल स्तर बढ़ते ही एक बार फिर से कटान शुरू होने से खतरा देखते हुए यहां से आवागमन को रोक दिया गया है.


स्थानीय लोगों का आना-जाना हुआ मुश्किल 


इसके आसपास दोनों तरफ के लोगों के खेत भी हैं, इसलिए इस पार से उस पार जाना उनकी मजबूरी है, लिहाजा अब लोग खेतों से घूम कर किसी तरह इस पार से उस पार जा रहे हैं, मगर जिस तरह से ढेमवा पुल के आसपास कटान शुरू हुई है उसने पहले से परेशान लोगो को और परेशान कर दिया है. स्थानीय निवासी   रामसुमन यादव का कहना है कि कि इधर से उधर बहुत लोग बारिश के दौरान जब नाव में उतरे तो नाव भी डूब जाती है. जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी आती है. नाव वाले भी 50-50 रुपये तक लेते हैं. पिछली बार तो 100 रुपये लेते थे. 


यहां रहने वाले एक निवासी अरुण सिंह कहते हैं कि आने-जाने में समस्या तो है ही, गन्ना लेकर आते हैं तब भी समस्या है. पिछले वर्ष बरसात में यह रास्ता कटा है अभी तक बना नहीं, पूरा कटा पड़ा है. बारिश का पानी अगर और बढ़ जाएगा तो या बंद हो जाएगा. 


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