Ayodhya: अयोध्या के साधु-संतों को पसंद आया सीएम योगी का 'रामनवमी प्लान', विपक्ष को बताया 'कालनेमि'
Durga Saptshati Path: यूपी में नवरात्र पर रामायण और दुर्गा सप्तशती का पाठ कराया जाएगा और यह फैसला राज्य सरकार ने लिया है. इसको लेकर समाज के विभिन्न वर्गों से अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं.
Ayodhya News: अयोध्या (Ayodhya) के संत समाज ने नवरात्रि (Navaratri) और रामनवमी (Ramnavami) पर कार्यक्रम आयोजित कराने की सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की पहल का स्वागत किया है. अयोध्या के हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास (Raju Das) ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी महाराज का आभार व्यक्त करता हूं. इससे आम जनमानस को सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी और उनका कल्याण होगा.
अयोध्या के तपस्वी छावनी के संत परमहंस दास ने कहा ने कि सीएम योगी ने जो पहल की है यह निश्चित रूप से अभूतपूर्व है और रामराज्य की स्थापना का यह महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. भारतीय संस्कृति फिर से पुनः प्रतिष्ठित होगी और जिस तरह से त्रेता युग में प्रभु श्रीराम ने राक्षसों का वध करके और रामराज्य की स्थापना की थी, प्रदेश सरकार जो काम करने जा रही है अयोध्या में हम सभी साधु-संत उत्साहित और खुश हैं. परमहंस दास ने कहा, 'य़ोगी जी के नेतृत्व में इसी तरह का काम होता रहेगा और हमारा प्रदेश निरंतर आगे बढ़ता रहेगा, यही कामना करता हूं.'
राजू दास ने विपक्ष को बताया कालनेमी
राजू दास ने कहा, 'योगी जी का आभार, जिन्होंने नवरात्रि के शुभ अवसर पर दुर्गा सप्तशती का पाठ और रामनवमी के शुभ अवसर पर रामचरितमानस का पाठ हर एक जिलों में कराए जाने का फैसला किया है. इससे पॉजिटिव एनर्जी आम जनमानस को मिलेगी. इससे आम जनमानस का कल्याण होगा.' वहीं, विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया पर राजू दास ने कहा, 'सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर देख रहा हूं, तमाम राजनीतिक दल के लोग शुद्ध रूप से कालनेमि लग रहे हैं.' सीएम योगी ने नवरात्रि और रामनवमी पर सभी मठ और मंदिरों में दुर्गाशप्तशती और अखंड रामायण का पाठ कराने का फैसला किया है. इसके लिए सभी जिले के जिलाधिकारियों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे.
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