UP News: अयोध्या (Ayodhya) में तपस्वी छावनी (Tapasvi Chhawani) के महंत पद को लेकर जो विवाद चल रहा था और संत दो गुटों में बंट गए थे. वहीं अब विवाद फिलहाल थम गया है. रामकथा संग्रहालय में डीएम और एसएसपी की मौजूदगी में दोनों पक्षों की बैठक में फैसला हुआ कि यथास्थिति बरकरार रहेगी. तपस्वी छावनी के स्वर्गीय महंत सर्वेश्वर दास (Sarveshwar Das) की तेरहवीं भोज कार्यक्रम में दोनों पक्षों की सहभागिता रहेगी. महंत कौन होगा इसको लेकर निर्णय कोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा. तब तक संत परमहंस (Paramhansa) कार्यवाहक तौर पर तपस्वी छावनी की व्यवस्था देखेंगे


ऐसे शुरू हुआ था महंत पद को लेकर विवाद 


तपस्वी छावनी के महंत रहे सर्वेश्वर दास का निधन होने के बाद कौन अगला महंत होगा इसको लेकर अयोध्या से गुजरात तक सरगर्मी हो गई थी. गुजरात के अहमदाबाद स्थित जगन्नाथ मंदिर से जुड़े दिलीप दास ने तपस्वी छावनी के महंत पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी तो वही तपस्वी छावनी के संत परमहंस, सर्वेश्वर दास के द्वारा नियुक्त होने के आधार पर अपना दावा ठोक रहे थे. इस मामले में नया मोड़ तब आया जब तपस्वी छावनी के संत परमहंस के समर्थन में अयोध्या हनुमानगढ़ी के नागा साधु आ गए. इसी के बाद विवाद गहराया और अयोध्या के साधु संत दो गुटों में बंट गए 12 सितंबर को सर्वेश्वर दास की तेरहवीं संस्कार होने के कारण दोनो पक्षों के साधु संतो में संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जो अयोध्या पुलिस प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी.


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बैठक में यह तय किया गया है


डीएम और एसएसपी ने अयोध्या के रामकथा संग्रहालय में दोनों पक्षों के कुछ लोगों को बुलाकर मध्यस्थता बैठक की. लगभग दो घंटे चली इस बैठक में अंततः यह निर्णय हुआ की दिवंगत महंत सर्वेश्वर दास की तेरहवीं संस्कार के भंडारे में दोनों पक्षों की सहभागिता रहेगी. महंत कौन होगा यह निर्णय कोर्ट के फैसले के आधार पर तय किया जाएगा. तब तक कार्यवाहक के तौर पर संत परमहंस तपस्वी छावनी की व्यवस्था देखेंगे . संत परमहंस  ने कहा कि न्यायालय से जो निर्णय होगा वह सर्वमान्य होगा. उसके पहले 12 तारीख को एक भंडारा मिलकर कर लिया जाए इस पर सहमति बन गई है और सारा मनमुटाव समाप्त हो चुका है. वहीं अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सभी लोगों ने संयुक्त रूप से अपना वक्तव्य दिया है. तय यह हुआ है कि जो कोर्ट का निर्णय आएग,  इस विवाद में उसी के अनुसार आगे हल किया जाएगा. 200 संत आएंगे और भंडारा कार्यक्रम होगा. 


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