UP Crime News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में बहुचर्चित सुप्रिया वर्मा मर्डर केस सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच रस्साकशी का केंद्र बन गया है. हत्यारों और घटना के पीछे छुपे कारणों तक पहुंचना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. घटना को लेकर  मुख्य विपक्षी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं तो उनकी पार्टी के नेता अब आधी आबादी की सुरक्षा को लेकर सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. अयोध्या के श्री राम पुरम कॉलोनी में 1 जून को 31 साल की गर्भवती अध्यापिका सुप्रिया वर्मा को उसके घर पर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया.


22 मिनट के भीतर हत्या को दिया अंजाम


उसकी गर्दन और शरीर पर हत्यारों ने नुकीले और धारदार हथियारों से 2 दर्जन से अधिक वार किए जिस समय यह घटना घटी उस समय घर के ऊपर कई मजदूर काम कर रहे थे और आसपास सटे हुए मकान हैं लेकिन इस घटना की जानकारी किसी को नहीं हुई. सुप्रिया की मां को लेकर उसका पति 10 बजकर 52 मिनट पर एटीएम लेने बैंक गए और 11 बजकर 14 मिनट पर वापस लौट आये यानी जो कुछ हुआ इन्हीं 22 मिनटों के बीच हुआ और हत्यारे फरार भी हुए.
 
हत्यारों ने आलमारी के लॉकर को भी कोड से खोला और सुप्रिया और उसकी मां के जेवर और 1 लाख रुपये लूट लिए सुप्रिया के शरीर पर दो दर्जन से अधिक घाव बताते हैं कि हत्यारे का मकसद लूटना नहीं बल्कि हत्या थी. जिस तरह नुकीले और धारदार दो हथियारों का प्रयोग हुआ शरीर पर 22 से अधिक वार किये गए.


जानें क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट?


परिजनों को लगा कि बच्चे का मिसकैरेज हुआ है इसलिए वह लगातार डॉक्टरों से मिसकैरेज की बात कर रहे थे जबकि डॉक्टरों ने साफ कहा कि यह हत्या का मामला है. मृतक महिला के पिता सुरेश वर्मा ने बेटी से किसी के नफरत की बात से इनकार किया है. शैलेश कुमार पांडे, एसएसपी अयोध्या ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है. मौत इंजरी से हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट है सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है.आसपास के जितने भी सीसीटीवी फुटेज हैं उनको भी खंगाला है. सभी पहलुओं पर काम कर रहे हैं.


बृजभूषण शर्मा एडीजी जोन लखनऊ ने कहा कि इसका बहुत ही जल्द खुलासा होगा. जितनी भी संभावनाएं हो सकती है उस पर हम लोग कार्य कर रहे हैं. हम लोग सारे एंगल से कार्य कर रहे हैं. कैसे लॉकर टूटा या खोला गया. इसकी जांच की जा रही है.


अखिलेश यादव ने ट्वीट कर जब  सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा तो यह घटना अचानक सुर्खियों में आ गई और एडीजी से लेकर तमाम बड़े अफसरों के कदमताल सुप्रिया के घर पर बढ़ गए. लीलावती कुशवाहा, पूर्व एमएलसी समाजवादी पार्टी ने कहा कि मैं लड़की की मां से भी मिली और उसके पिता से भी मिली और उनके पूरे परिवार से मिली जान करके बहुत ही दुख हुआ उत्तर प्रदेश में अभी भी आधी आबादी असुरक्षित है.  घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी तत्काल कार्रवाई हो.


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