Ayodhya News: तपस्वी छावनी को लेकर जमकर चले ईंट-पत्थर, परमहंस आचार्य के शिष्य पर हमला, क्या है पूरा विवाद?
Ayodhya News: तपस्वी छावनी के संत परमहंस आचार्य ने कहा कि, इनकी योजना थी कि किसी को मारेंगे तो परमहंस वहां बचाने आएंगे तो रॉड से हमला करके परमहंस को भी खत्म कर देंगे.
Uttar Pradesh News: अयोध्या (Ayodhya) में तपस्वी छावनी (Tapasvee Chhaavanee) पर अधिकार को लेकर एक बार फिर संघर्ष शुरू हो गया है. तपस्वी छावनी के महंत सर्वेश्वर दास के प्राण छोड़ने के बाद बीते वर्ष इसकी शुरुआत हुई थी, जिसमें तपस्वी छावनी के पूर्व पुजारी और गुजरात (Gujarat) के एक संत ने मंदिर की करोड़ों की संपत्ति पर अपना दावा ठोका था. वहीं संत परमहंस (Saint Paramhans Acharya) ने अपने आप को गुरु सर्वेश्वर दास द्वारा महंत बनाए जाने की बात की थी, जिसके बाद अयोध्या का संत समाज दो भागों में बंटता नजर आया था. सोमवार की रात एक बार फिर तपस्वी छावनी पर जमकर ईंट पत्थर चले और परमहंस आचार्य के एक शिष्य पर हमला भी हुआ. इस मामले में अयोध्या कोतवाली में मारपीट और धमकी देने का मुकदमा दर्ज हो चुका है. हालांकि पुलिस (Ayodhya Police) अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं. वहीं आरोपी ओमप्रकाश दास से कोई संपर्क नहीं हो रहा है.
संत परमहंस आचार्य ने क्या कहा
संत परमहंस आचार्य कहते हैं कि, वह तो 2017 से महंत हैं, जब 2019 में उनके गुरु सर्वेश्वर दास ने एक ट्रस्ट बनाया तो उसमें भी उन्होंने लिखा है कि उनके बाद उनके द्वारा नियुक्त उत्तराधिकारी होगा और वही ट्रस्ट का पदेन अध्यक्ष होगा. इस बारे में बीते वर्ष विवाद के बाद कोर्ट में मुकदमा चल रहा है. उन्होंने कहा कि, जब विपक्षियों को लगा कि कोर्ट में नहीं जीत पाएंगे तो मास्टरमाइंड लोगों ने सोचा कि हमें ही खत्म कर दें तो मुकदमा अपने आप खत्म हो जाएगा और वह मलाई काट लेंगे .
तपस्वी छावनी के संत परमहंस आचार्य ने कहा कि, दरअसल तपस्वी छावनी में हम 2017 से महंत हैं, 2019 के गुरु जी ने ट्रस्ट बनाया तो उसमें भी उन्होंने लिखा कि मेरे मरने के बाद मेरे द्वारा नियुक्त उत्तराधिकारी ही महंत होगा और वही पदेन ट्रस्ट का अध्यक्ष होगा. यह लोग देखे कि कोर्ट में नहीं जीत पाएंगे तो सोचे कि इन्हीं को खत्म करा दो, जब व्यक्ति ही खत्म हो जाएगा तो मुकदमा अपने आप खत्म जाएगा और मास्टरमाइंड लोग मलाई काट लेंगे, यह इनकी प्लानिंग है.
परमहंस आचार्य के शिष्य पर हमला
सोमवार की रात्रि तपस्वी छावनी में रहकर वेद की पढ़ाई कर रहे परमहंस आचार्य के शिष्य आशीष पर लाठी-डंडों और ईंटों से हमला हुआ. इस मामले में तपस्वी छावनी के पूर्व पुजारी ओम प्रकाश दास पर साथियों के साथ हमला करने का आरोप है. आचार्य परमहंस ने अयोध्या कोतवाली में इस मामले में उनके खिलाफ हमला करने, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया है. परमहंस का आरोप है कि यह सोची-समझी प्लानिंग का हिस्सा था और योजना यह थी कि जब वह बचाने जाएं तो उन्हें मार दिया जाए और तपस्वी छावनी की संपत्ति पर कब्जा कर लिया जाए.
मुझे खत्म करने की योजना-परमहंस
तपस्वी छावनी के संत परमहंस आचार्य ने कहा कि, मेरे शिष्य आशीष मिश्रा जो कई साल से हमारे यहां रहकर वेद पढ़ते हैं, उनके ऊपर ओमप्रकाश दास नाम के एक व्यक्ति ने चार-पांच अपने अपराधी साथियों को लेकर लोहे की रॉड और ईटों से हमला किया. इस हमले में उनका सिर फूट गया. उनका इलाज चल रहा है. इसके बाद जैसे ही पुलिस उस बच्चे को मेडिकल कराने के लिए ले गई तो ओमप्रकाश दास अपने 10-12 लोगों को लेकर वहां भी उनको मारने के लिए पहुंच गए. वहां एक व्यक्ति पर ओमप्रकाश दास हमला किये. इसके बाद पता चला कि दो मामा दास जी हनुमानगढ़ी के हैं, फिर पुलिस ने बीच बचाव किया. इनकी योजना थी कि किसी को मारेंगे तो परमहंस जी वहां बचाने आएंगे, तो रॉड से हमला करके परमहंस को भी खत्म कर देंगे.
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