Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जिला प्रशासन (Ayodhya district administration) सड़क चौड़ीकरण के लिए दुकानदारों और भवन स्वामियों के बीच मध्यस्था कराएगा. राम जन्मभूमि मंदिर (Ram Mandir) निर्माण के साथ लोगों की आवाजाही बढ़ रही है तो सड़कों के चौड़ीकरण करने पर भी तेजी से काम हो रहा है. प्रशासन ने सड़क चौड़ीकरण के मार्ग में प्रभावित दुकानों और मकानों को मुआवजे का अधिकांश हिस्सा भी भुगतान कर दिया है मगर विवाद इसको लेकर खड़ा हो गया है कि जिन दुकानों का हिस्सा सड़क चौड़ीकरण के दायरे में आ रहा है उनको उसके पीछे शिफ्ट कर दिया जाएगा.
क्या है विवाद की वजह
अब प्रशासन का यही आश्वासन उसके लिए नई मुसीबत बन गया है. वजह बिल्कुल साफ है, जिन भवन स्वामियों के हिस्से में दुकान थी उसका किराया काफी कम था और अब उस किराए में वह किराएदार को स्थान नहीं देना चाहते. इसे लेकर अब अवरोध दिखाई दे रहा है और विवाद की एक नई वजह का जन्म हो रहा है. इसी को लेकर अब जिला प्रशासन एक बार फिर दुकानदारों और भवन स्वामियों के बीच मध्यस्था करने की दलील दे रहा है.
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उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष ने क्या कहा
अध्यक्ष अध्यक्ष अयोध्या उद्योग व्यापार मंडल ट्रस्ट नंदलाल ने कहा, बीच में व्यापारी और प्रशासन में सहमति बनी थी कि दुकान के पीछे जो जमीन है उसको दिलाया जाएगा. विस्थापित होने वाले दुकानदारों को उसी क्षेत्र में दुकान दिलाया जाएगा और दुकान में फिर से कोई नया एग्रीमेंट नहीं कराया जाएगा. तीनों चीजों का अनुपालन नहीं हो रहा था लिहाजा व्यापारी समाज आक्रोशित हुआ और प्रशासन से बात हुई. प्रशासन ने बैठक का आश्वासन दिया. आज सकारात्मक दिशा में बात हुई है. प्रशासन ने हम लोगों की बात सुनी है और अलग-अलग समस्याओं का निदान करने की बात कही है. सकारात्मक बात चल रही है. एक हफ्ता और देखा जाएगा अगर हमारी तीनों मांगे नहीं मानी गईं तो हम लोग आंदोलन करेंगे.
एडीएम ने क्या कहा
एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने कहा, राम जन्मभूमि मार्ग में जो व्यापारी थे उनके मन में तोड़फोड़ और बुलडोजर को लेकर कई प्रकार की शंकाएं उत्पन्न हो रहीं थीं. इनके व्यापारी वर्ग के नेता नंदलाल जी ने अनुरोध किया था कि व्यापारियों से मीटिंग हो जाए. आज लगभग 100 व्यापारी उपस्थित थे. हमने उनको तीन चीजें बताई हैं. जो दुकानदार पूर्ण विस्थापित हो रहे हैं, जैसा माननीय मुख्यमंत्री जी का निर्देश था बसाने के बाद ही उनको हटाया जाए. पूर्ण विस्थापन के लिए हम लोग दुकान बना रहे हैं. महंत जी से अनुरोध कर रहे हैं कि हमारी जमीन और जहां पर हैं उस पर भी प्रयास कर रहे हैं. वहां पर दुकानें आवंटन हो जाए तब इनको विस्थापित करें.
एडीएम ने आगे कहा, जो दुकानदार ऐसे हैं जिनके पीछे जगह नहीं है और मंदिर प्रशासन की जगह है उसके लिए भी हमने कल सभी जनों के पट्टी के महंत से मीटिंग करने के लिए अनुरोध किया है ताकि उनको जो पीछे की जगह है उसको दिला सकें. दो ढाई सौ के लगभग ऐसी दुकानें हैं जिनके पीछे जगह मौजूद हैं और वह काम कर भी रहे हैं. मैंने सब से अभी अनुरोध या किया है कि 350 में से 250 दुकानदार ऐसे हैं जिनके पीछे जगह बच रही है, उनके खाते में पैसा आ चुका है. वे तत्काल अपना काम शुरू करें ताकि जो बाकी विस्थापित दुकानदार होने वाले हैं उनके तरफ विशेष ध्यान दें सकें. इसी बात पर आज यह मीटिंग खत्म हुई है. संवाद नहीं हो पा रहा है, हम मध्यस्था से हल कराएंगे.