Uttar Pradesh News: आने वाले दिनों में अयोध्या धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन नगरी के रूप में ही नहीं जानी जाएगी बल्कि औद्योगिक केंद्र के रूप में भी पहचानी जाएगी. इसकी पहल भी शुरू हो गई है और बड़े पैमाने पर अयोध्या (Ayodhya) में निवेश लाने की तैयारी है. इसके लिए अयोध्या में एमएसएमई (MSME) को 1600 करोड़ और औद्योगिक विकास विभाग (Industrial Development Department) को 11 हजार करोड़ के निवेश का लक्ष्य दिया गया है. अगर इसमें आंशिक सफलता भी मिली तो अयोध्या का आर्थिक विकास ही नहीं होगा बल्कि कायाकल्प भी हो जाएगा और बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे. 


उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होने जा रही है. अयोध्या में एमएसएमई को 1600 करोड़ और औद्योगिक विकास विभाग को 11 हजार करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा गया है. इसमें जहां नए उद्योग लगाए जाने हैं वहीं पुराने उद्योगों की कार्य क्षमता बढ़ाई जाएगी. निवेश करने वालों को यूपी सरकार नए उद्योगों के लिए सब्सिडी और छूट भी देगी.


उद्योग विभाग के उपायुक्त ने क्या कहा
उद्योग विभाग के उपायुक्त अमरेश कुमार पाण्डेय ने बताया, फरवरी 2023 में  ग्लोबल इन्वेस्टमेंट सबमिट होने जा रही है. इसके लिए औद्योगिक विकास विभाग को जनपद में 11000 करोड़ का निवेश कराने का लक्ष्य दिया गया है और एमएसएमई को 1600 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया है. इसके लिए औद्योगिक विकास विभाग और जिला औद्योगिक केंद्र के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं. 


उपायुक्त ने कहा, इसी क्रम में अभी पिछले शुक्रवार की 11 तारीख को एआईआईए के साथ बैठक कराई गई थी जिसमें 100 उद्योगपतियों ने पार्टिसिपेट किया है. उसमें एसडीएम सोहावल भी थे. उद्योग में नया दौर शुरू हो रहा है. सरकार ने अपनी पॉलिसी के माध्यम से कई तरह के इंसेंटिव निकाले हैं. इसके लिए उद्यमियों से वार्ता करने के साथ-साथ वे उद्यमी जो देश के बाहर यह अन्य हिस्सों में उद्योग धंधे चला रहे हैं उनसे भी संपर्क किया जा रहा है.


उपायुक्त ने कहा, कोशिश की जा रही है कि भारत में रहने वाले उद्यमियों के साथ-साथ विदेश में रहने वाले उद्यमी भी अयोध्या के साथ-साथ यूपी में निवेश करें. प्रदेश सरकार के द्वारा ही प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और बहुत सारे गणमान्य व्यक्ति विदेशों में जाकर अपने पॉलिसी और वस्तुओं का प्रचार प्रसार करेंगे. यह भी प्रयास है कि वह लोग आकर्षित हों और हमारे यहां निवेश करें जिससे कि हमारे यहां और भी निवेश हो सके.


यूपी के कृषि मंत्री ने क्या कहा
यूपी सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, निवेश को लेकर ग्लोबल समिट हो रही है और ग्लोबल समिट किसी एक प्रदेश के लिए नहीं हो रही है. पूरे राज्य के विकास की गति को कैसे तेजी से बढ़ाया जाए इस विषय पर हो रही है. अयोध्या में तो पहले से ही बहुत बड़ा काम चल रहा है. अयोध्या का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है. यहां सड़कें ठीक की जा रही हैं, होटल्स को बुलाए जा रहे हैं, तीर्थ स्थल को भी सुरक्षित किया जा रहा है. विदेशी निवेश के लिए एयरपोर्ट बनाया जा रहा है.


अयोध्या में जिस प्रकार श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हो रहा है उससे अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है. ऐसे में अयोध्या के उद्यमियों को लगता है कि अगर सरकार की योजना ईमानदारी से लागू की जाती है और उस पर उसी तरह अमल होता है. अयोध्या का व्यवसाय सिर्फ राम मंदिर पर केंद्रित नहीं रहेगा बल्कि उद्योग धंधों को बढ़ावा मिलेगा जिससे रोजगार पैदा होंगे और विकास की गति तेज होगी .


अयोध्या के महापौर ने क्या कहा
अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जबसे बागडोर संभाली तभी से अयोध्या को नई पहचान मिल गई थी और प्रधानमंत्री के हाथों भगवान राम के मंदिर का भूमि पूजन हुआ. उस दिन से ही पूरे विश्व में अयोध्या को नई पहचान मिली. देश से ही नहीं पूरे विश्व के लोग अयोध्या आ रहे हैं. चाहे होटल हो, धर्मशाला हो, सड़कें हों, सीवर हो, अंडर ग्राउंड विद्युत का विस्तार हो अनेक योजनाएं चल रही हैं. बहुत ही बड़ा खाका बनाया जा रहा है. 


महापौर ने आगे बताया, नव अयोध्या की जमीन लगभग अधिकृत की जा चुकी है. किसानों से उनकी सहमति पर खरीदी जा चुकी. पर्यटन विभाग से 20 ऐसे होटलों को सब्सिडी देकर लाइसेंस दिया गया है. कुछ होटल शुरू हो गए हैं और कुछ शुरू होने वाले हैं. आने वाले समय में अयोध्या की एक नई पहचान दिखेगी. अयोध्या के विकास की जो भी योजनाएं हैं और उसके डेवलपमेंट के लिए जो लोग आ रहे हैं उनको सरकार द्वारा प्रोत्साहन दिया जा रहा है. चाहे होटल व्यवसाय हो या अन्य व्यवसाय हो उनको अच्छी सब्सिडी दी जा रही है. 


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