शुक्रवार को जिस तरह एक विशेष संप्रदाय के लोग सड़कों पर उतरे उसके खिलाफ अब प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास (Hanumangarhi Mahant Raju Das) इसपर कहते हैं कि, लोग देवी देवताओं और मोहम्मद साहब के लिए अपशब्द प्रयोग करते हैं तो वह गलत है लेकिन जिस तरह मस्जिद से भड़का कर हिंदू-मुस्लिम एकता को खराब किया जा रहा है और नूपुर शर्मा (Nupur Sharma statement) के मामले में इस्लाम विरोधी प्रचारित कर योगी-मोदी पर आरोप लगाए जा रहे हैं वह भी गलत है. सरकार को ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए कि कोई अमन चैन खराब ना कर सके.
बहुत ही निंदनीय घटना है-महंत राजू दास
महंत राजू दास ने आगे कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanat) का वैश्विक प्रभाव जिस तरह बढ़ रहा है उससे विपक्ष हतोत्साहित हो गया है. जिस प्रकार से नमाज के बाद पत्थरबाजी और आगजनी हुई वह बहुत ही निंदनीय घटना है. ऐसी घटना में शामिल आम लोगों या धर्मगुरुओं सभी के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. आतंक और नफरत फैलाने के बजाय लोगों को नूपुर शर्मा के बयान को लेकर कोर्ट में जाना चाहिए और इस तरह की घटना नहीं करनी चाहिए कि समाज में वैमनस्यता बढ़े.
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हर व्यक्ति बात रख सकता है-महंत राजू दास
महंत राजू दास ने कहा कि, बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि, जिस प्रकार मस्जिद से लोगों को भड़काया जा रहा है यह बहुत ही दुखद है. एक तरफ तो आप हिंदू-मुस्लिम एकता की बात करते हो, जिसके नाते मोदी जी ने नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई किया है. यह राष्ट्र का विचार नहीं ठीक है. देश स्वतंत्र है इसलिए हर व्यक्ति अपने तरीके से अपनी बात रख सकता है. साजिश करके पूरे देश में अमन शांति बिगाड़ने और ऐसा माहौल क्रिएट करने की कोशिश की जा रही है कि इस्लाम विरोधी हैं. सरकार को ऐसे मामले पर सख्त होकर कार्रवाई करनी चाहिए जिससे अमन और शांति बनी रहे.
ऐसी मस्जिदों को सील करना चाहिए-महंत राजू दास
महंत राजू दास ने कहा कि, पत्थरबाजी करना यह बहुत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है. विपक्ष इस पर कुछ नहीं बोल रहा है और इसको बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे विषयों पर सरकार सख्ती से पेश आए और गंभीरता पूर्वक ऐसे लोगों पर कार्रवाई करे. आपके नजरिए से नूपुर शर्मा ने गलत कहा है तो इसके लिए कोर्ट है, पुलिस प्रशासन है. जिस प्रकार से कट्टरता भरे जा रहे हैं, जिस प्रकार से नौजवानों को भड़काया जा रहा है और उनके हाथों में पत्थर दिया जा रहा है ऐसी मस्जिदों को सील करना चाहिए. वहां के मौलवी और धर्मगुरु के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.