Ayodhya: यूपी में आयुष के जर्जर अस्पतालों को लेकर मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने खड़े किए हाथ, स्वास्थ्य व्यवस्था पर साधा निशाना
UP News: Minister Daya shankar Mishra Dayalu ने कहा, जर्जर अस्पताल किराए के भवनों में चल रहे हैं, हमारे पास जमीन नहीं है. जैसे जैसे जमीन मिलेगी हम नए अस्पतालों का निर्माण करा सकेंगे.
Uttar Pradesh News: यूपी सरकार के आयुष राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र दयालु (Minister Dayashankar Mishra Dayalu) अयोध्या में निरीक्षण करने पहुंचे तो सर्किट हाउस में जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि चाहे बलिया हो चाहे उन्नाव लगातार निरीक्षण के बाद भी स्वास्थ्य विभाग (Health Department) में लापरवाही का मामला सामने आ रहा है तो इसपर उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए सीधे तौर पर कहा कि यह मामला स्वास्थ्य विभाग (UP Health System) का होगा और वह तो आयुष के मंत्री हैं. उन्होंने कहा कि, दौरा करने के दौरान कहीं बिजली की समस्या सामने आ रही है तो कहीं जनरेटर की कमी का मामला दिखता है इसीलिए दौरा होता है और उसको दूर करने का प्रयास भी होता है .
जर्जर अस्पतालों पर क्या कहा
इसी के बाद उन्होंने आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले यूपी के चार हजार अस्पतालों का जिक्र किया और कहा कि अब तक 4 बेड के 500 अस्पतालों को आयुष हेल्थ सेंटर के रूप में परिवर्तित किया है. जर्जर अस्पताल किराए के भवनों में चल रहे हैं, हमारे पास जमीन नहीं है. जैसे जैसे जमीन मिलेगी हम उसमें जर्जर अस्पतालों के स्थान पर नए अस्पतालों का निर्माण करा सकेंगे. जर्जर अस्पतालों को लेकर जमीन को लेकर बाधाएं आ रही हैं. कुछ डाक्टरों की भी कमी है इसके लिए भी हमने लोकसेवा आयोग को पत्र भेजा है.
अस्पतालों में लापरवाही पर क्या कहा
मंत्री से जब पूछा गया कि, लगातार निरीक्षण हो रहे हैं लेकिन बलिया में टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन हो रहा है, उन्नाव में भी लापरवाही सामने आ रही है इसके जवाब में उन्होंने कहा कि, मैं आयुष का मंत्री हूं और आयुष में तीन विधाएं शामिल हैं आयुर्वेद, होम्योपैथ और यूनानी. मेरे यहां अलग सर्जरी होती है जिसमें माइनर सर्जरी है. जो शिकायत आई होगी निश्चित रूप से यह मुझे लगता है स्वास्थ्य विभाग की है. कहीं बिजली की समस्या है तो कहीं जनरेटर की कमी है. दौरा इसीलिए होता है कि लोग अपनी कमियों को देखते हैं और उसको दूर करने का हर संभव प्रयास करते हैं.
और क्या कहा मंत्री दयाशंकर ने
मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा, हम सबका प्रयास होता है कि जो योजनाएं चल रही हैं वे जल्दी से जल्दी पूरी हों, समय रहते सारा काम पूरा हो. आयुर्वेदिक और यूनानी के करीब 4000 अस्पताल हैं. बहुत से अस्पताल किराए के भवनों में या दूसरे के परिसर में चलते हैं. आयुष मंत्रालय का प्रयास है कि हमको जमीन उपलब्ध हो. जब अपनी जमीनें होंगी तो उसमें हम नया निर्माण कर सकेंगे, जो पुराने अस्पताल हैं उसमें कुछ तो डॉक्टरों की भी कमी है उसके लिए भी मैंने लोक सेवा आयोग को पत्र भेजा है. उनके द्वारा ही डॉक्टरों की नियुक्ति होती है वह काम भी चल रहा है. हमारे जो जर्जर अस्पताल हैं उनको हमने आयुष हेल्थ सेंटर के रूप में परिवर्तित करना शुरू कर दिया है. अब तक उत्तर प्रदेश के 500 छोटे बड़े 4 बेड के जितने अस्पताल थे उनको हमने परिवर्तित कर लिया है.