Uttar Pradesh News: अयोध्या (Ayodhya) को सजाने और संवारने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है ताकि श्रद्धालु जब अयोध्या पहुंचें तो उनको अयोध्या एक बदले रूप में दिखाई दे जैसे त्रेतायुग में अयोध्या दिखाई देती थी. अयोध्या में विकास का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को तमाम प्रकार की सुविधाएं दी जा सकें. इसके लिए अयोध्या जिला प्रशासन पूरी तरह से लगा हुआ है. अयोध्या के सरयू घाट पर पहुंचने पर राम धुन सुनाई देती है. पहले जो चौराहा नए घाट के नाम से जाना जाता था अब वह चौराहा लता मंगेशकर चौराहे के नाम से जाना जा रहा है. श्रद्धालु जब अयोध्या आते हैं तब लता मंगेशकर चौराहे पर बैठकर कुछ देर भगवान राम के भजनों को सुनते हैं.


प्रशासन अलर्ट मोड़ पर
भगवान राम की नगरी में यात्रियों की सुविधा को बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में राम नगरी कैसे खूबसूरत और त्रेता की तरह नजर आए इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) लगातार सक्रिय हैं. बीते दिनों मुख्यमंत्री ने बयान दिया था कि राम मंदिर निर्माण के साथ जब भगवान राम लला का मंदिर बन जाएगा तब लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आएंगे, जिसको लेकर प्रशासन भी अब अलर्ट मोड़ पर है. प्रशासन ने राम नगरी में चल रही विकास योजनाओं के अलावा राम की पैड़ी को सजाने और संवारने का काम शुरू कर दिया गया है. जिलाधिकारी अयोध्या ने राम की पैड़ी का निरीक्षण किया. राम की पैड़ी पर लगी फसाड लाइट केवल दीपोत्सव के मौके पर ही जलती थी जो अब हर दिन जलाई जाएगी.


बैठने के व्यापक इंतजाम
इसके अलावा 2023 तक संपूर्ण राम की पैड़ी को लाइट से सुसज्जित कर दिया जाएगा. फिलहाल मंदिरों के तरफ ही लाइट लगी है. अयोध्या आने वाले श्रद्धालु सबसे पहले सरयू के घाट पर स्थित राम की पैड़ी पर पहुंचते हैं जहां बिना किसी रोक-टोक के सरयू की अविरल जलधारा के साथ राम की पैड़ी पर राम के सानिध्य में समय गुजारते हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा को बढ़ाते हुए और राम की पैड़ी पर साफ सफाई के अलावा श्रद्धालुओं के बैठने के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे. इसके अलावा संपूर्ण राम की पैड़ी को लाइट से सुसज्जित किया जाएगा.


श्रद्धालुओं को बड़ी सौगात
बता दें कि दीपोत्सव के समय राम की पैड़ी पर लाइट आकर्षण का केंद्र होते हैं, लेकिन आगामी दिनों में अब लाइट के साथ लाइटिंग और साउंडिंग को भी राम की पैड़ी पर जोड़ने का काम किया जा रहा है जो केवल दीपोत्सव के मौके पर ही देखने को मिलती है. राम की पैड़ी दीपोत्सव में दुल्हन की तरह सजी रहती है. कुछ ऐसा ही नजारा आम दिन में भी श्रद्धालुओं को देखने को मिलेगा जब लाइट से जगमग भगवान राम के नगरी की शान राम की पैड़ी श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगी. इसे लेकर जिलाधिकारी ने राम की पैड़ी का देर शाम निरीक्षण किया और यह जिम्मेदारी दी कि प्रतिदिन लाइट जलाई जाए. इसके अलावा अब लाइटिंग और साउंड के जरिए राम की पैड़ी को जोड़ने की तैयारी है जो श्रद्धालुओं के लिए बड़ी सौगात होगी.


डीएम ने क्या बताया
जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि, फसाड लाइटिंग हमेशा जले इसपर हम लोग विचार कर रहे हैं. इसका फिर से अवलोकन किया गया है. इसे कैसे और अच्छा बनाया जा सकता है उस पर हम लोगों ने विचार किया. राम की पैड़ी पर जो फसाड है वह अभी मिडिल पोर्शन में है राइट और लेफ्ट में नहीं है उसको भी हम अगले साल 2023 में बनाएंगे. फसाड पूरा कंप्लीट होगा, अंदर का जो फसाड है उसको हम बेहतर रुप से 2023 तक पूरा कर देंगे. राम की पैड़ी ओपन एरिया है, फसाड का कोई रिस्ट्रिक्टेड एरिया नहीं है. वहां पर सभी लोग आकर देखते हैं. राम की पैड़ी पर लाइटिंग साउंड का अलग प्रोग्राम है जो अभी हम दीपोत्सव में करते हैं, लेकिन फसाड लाइटिंग का कार्यक्रम हम लोग एक रेगुलर देखना चाहते हैं.


Bareilly News: अयोध्या, मथुरा, काशी की तरह होगी बरेली की पहचान, बनेगा नाथनगरी कॉरिडोर, जानिए- खास बात