Uttar Pradesh News: यूपी के अयोध्या (Ayodhya) में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के दिव्य और भव्य मंदिर (Ram temple) का निर्माण कार्य तेज गति के साथ किया जा रहा है. इस काम में दिन रात मजदूर लगाए गए हैं और मंदिर का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. 1992 से राम मंदिर निर्माण के लिए रखे गए पत्थरों का भी उपयोग अब शुरू हो गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) ने मंदिर निर्माण की नई तस्वीरें जारी की हैं. अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का प्रथम तल दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा और जनवरी 2024 में रामलला अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अपनी इसी टाइम लाइन को लेकर पूरी तरह सजग है और निर्माण प्रक्रिया उसी के अनुरूप चल रही है. 


कहां तक पहुंचा निर्माण
श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 3 दिसंबर को ड्रोन कैमरे से खींची गई एक तस्वीर शेयर की है. ऊपर से ली गई इन तस्वीरों में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि मंदिर का निर्माण कार्य कहां तक पहुंच चुका है और मौजूदा समय में मंदिर निर्माण की स्थिति क्या है. इसमें 2 तस्वीरें 25 नवंबर की हैं जो करीब से खींची गईं हैं. तस्वीरों की बात करें तो इसमें गर्भगृह के निर्माण के साथ अब मंदिर के तराशे गए खंभे भी खड़े किए जा रहे हैं. तस्वीरों में तराशे गए खंभे दिखाई दे रहे हैं. तस्वीरों से पता चल रहा है कि राम मंदिर की नींव तैयार हो चुकी है जिस पर अब प्रथम तल के छत के लिए खंभों का आधार खड़ा किया जा रहा है.


2025 तक तैयार होगा
बता दें कि इन खंभों को तराशने का काम 1992 से चल रहा था. श्री राम जन्मभूमि कार्यशाला में कारीगर लगातार इसको तराशने में लगे थे और अब उनकी मेहनत और कला के उपयोग का समय आया है. 2024 में श्री राम जन्मभूमि मंदिर भले ही श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा और वह अपने आराध्य रामलला का दर्शन इस भव्य राम मंदिर में कर पाएंगे लेकिन मंदिर पूरी तरह 2025 में बनकर तैयार होगा.


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