Uttar Pradesh News: यूपी के अयोध्या (Ayodhya) में मोक्षदायिनी मां सरयू ने अपना रौद्र रूप धारण किया तो सारी प्रशासनिक तैयारियां रखी की रखी रह गईं. सरयू अपने खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इसके पहले 2009 में इस तरह सरयू का जलस्तर बढ़ा था, वहीं इस तरह का मंजर 2022 में देखा जा रहा है. सरयू अपने खतरे के सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है. 2009 में सरयू (Sarayu River) खतरे के निशान से 128 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई थी तो वहीं इस बार खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं. जलस्तर बढ़ने से नदी के आस-पास के गांवों में हाहाकार मचा हुआ है. लोग अपने घरों से पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. सरयू के आसपास के गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं.
राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह प्रभावित
अयोध्या और गोंडा को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग सरयू की चपेट में आ गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. लगातार कटान हो रही है. 48 घंटे से आस-पास के गांव में रहने वालों को रेस्क्यू ऑपरेशन करके बाहर निकाला जा रहा है. अयोध्या जल पुलिस सभी को स्ट्रीमर की नाव पर बैठाकर बाहर ला रही है. यह मार्ग अयोध्या और गोंडा को जोड़ने वाला मार्ग है और यह जिला गोंडा क्षेत्र में आता है.
पहुंचाया जा रहा सुरक्षित जगह
वहीं गोंडा जिले से कोई भी राहत और बचाव का कार्य नहीं दिख रहा है. अयोध्या जल पुलिस और स्थानीय पुलिस लोगों की मदद कर रही है और उनको सुरक्षित स्थान पर लाकर छोड़ रही हैं ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो. मां सरयू के रौद्र रूप से सैकड़ों जिंदगियां तबाह हो गईं हैं. लोगों के जीवनभर की गाढ़ी कमाई पानी में बह गई है. सैकड़ों बीघा धान की खेती पानी में बह गई है और लोग त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे हैं.
जंगली जानवर बह रहे पानी में
वहीं सरयू का जलस्तर बढ़ने से आसपास के जंगलों के जंगली जानवर पानी में बह जा रहे हैं. अभी हाल ही में केंद्रीय जल आयोग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन करके एक हिरण के बच्चे की जान बचाई थी और उसको वन विभाग की टीम को सौंप दिया. कई जंगली जानवर पानी में बह गए.
केंद्रीय जल आयोग के अमन चौधरी ने बताया कि, नदी का जलस्तर अभी 93. 850 है जो खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. खतरे का निशान 92.730 है और नदी 112 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं. अभी कल का फोरकास्ट आया है और जो पुराना रिकॉर्ड है उसको भी क्रश करने की बात कही जा रही हैं जो कि 94.101 है और इसबार 94.050 तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है. वन जीव काफी प्रभावित हुए हैं. एक हिरण भी रेस्क्यू किया गया था. वह बहते हुए मिला था. कतर्नियाघाट प्रभावित हो रहा है. वहां कटान हो रही है.