अयोध्या, एबीपी गंगा। अयोध्या में हर साल की तरह इस बार भी दीपावली के एक दिन पहले अयोध्या दिये से जगमगायेगी। इस बार छोटी दीवाली की शाम राम की पैड़ी पर तीन लाख इक्कीस हजार दीपक जलाकर अपने ही द्वारा बनाये गये गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड को तोड़ने की प्रयास करेगी अवध विश्वविद्यालय। जिसकी तैयारियां भी लगभग पूरी कर ली गई हैं। चार लाख दिये बनाने का ठेका जिला प्रशासन ने क्षेत्रीय कुम्हारों को दिया है। जिसको लेकर अयोध्या के साधु संत और अयोध्यावासी समेत आस-पास के कुम्हार भी बेहद खुश हैं।


लिहाजा महानगरों में जाकर किस्मत तलासने वाली नई पीढ़ी भी अब गांव छोड़ने की बात नहीं सोचती। जिससे दिये की खूबसूरती और भी परिपक्व हो रही है। अब ऐसे में नौजवान पलायन करने के बजाय बाहर से घर वापस भी आ रहे हैं। 24 से 26 अक्टूबर को आयोजित दीपोत्सव में मुख्यमंत्री समेत योगी कैबिनेट अयोध्या में होगी, जबकि मुख्य अतिथि के रूप थाईलैंड के राजा सिरकरत करेंगे।


अवध विश्वविद्यालय में लगातार तीसरी बार दीपोत्सव में सरयू के तट दीप जलाकर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने की एक बार फिर प्रयास करेगी। जो पिछली दीपावली में नहीं हो पाया था। इसके लिए चार लाख दियों का ठेका भी दिया जा चुका है। जिसके निर्माण के लिए चालीस कुम्हार परिवार के बूढे, नौजवान, महिलायें लगी हैं, घर-घर दिये बनाए जा रहे हैं।


इतनी बड़ी संख्या में दिए बनाने के लिए कहीं स्वचालीय चाक तो कहीं बिजली से चलने वाले चाक से कुम्हार दिये बनाने में जुटे हैं। और व्यवसाय बढ़ने से उनके चेहरे पर संतोष और खुशी साफ देखी जा सकती है। कुम्हार इससे उत्साहित तो हैं ही कि इस बार उनका व्यवसाय बढ़ा है साथ ही उन्हें इस बात की खुशी भी है कि वह त्रेता युग के इस महाआयोजन में भागीदार बनने जा रहे हैं।