अयोध्या: राम नगरी अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर की नींव खुदाई के बाद अब उसकी भराई का कार्य इसी महीने अप्रैल में शुरू होगा. इसको लेकर राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक के पहले दिन मंथन हुआ. रविवार को बैठक के बाद किसी नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद है. क्योंकि, पहले दिन बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक मात्र सदस्य विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ही शामिल हुए. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय हरिद्वार में थे. सदस्य अनिल मिश्र अस्वस्थ होने की वजह से बैठक में शामिल नहीं हुए.
तय नहीं हुई तारीख
शनिवार को बैठक में एलएनटी और टाटा कंसल्टेंसी के एक्सपर्ट से राम मंदिर के नींव में भराई के लिए बिल्डिंग फील्ड मटेरियल पर चर्चा हुई. नींव की भराई का कार्य कब से शुरू होगा इसको लेकर अभी तारीख पर कोई निर्णय नहीं हुआ है. आगे की बैठक में राम जन्मभूमि परिसर में अन्य निर्माण कार्य के ब्लू प्रिंट पर चर्चा होगी.
श्रद्धालुओं को दी जा रही है मिट्टी
बता दें कि, श्री राम जन्मभूमि मंदिर का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को अब गर्भ गृह की मिट्टी प्रसाद के रूप में दी जा रही है. ये वो मिट्टी है जो राम मंदिर की बुनियाद तैयार करने के लिए नींव की खुदाई के दौरान निकली है. इस मिट्टी को राम जन्मभूमि परिसर समेत अलग-अलग स्थानों पर रखा गया है. हालांकि, इस मिट्टी को देने के लिए जो खास डिब्बे बनाए गए हैं वो चुनिंदा और खास लोगों को ही दिए जा रहे हैं.
फिर नहीं मिलेगी मिट्टी
राम मंदिर के लिए बुनियाद का कार्य पूरा होने के बाद खोदी गई मिट्टी को उसी स्थान पर पटाई के कार्य में लाया जाएगा. इसलिए इस मिट्टी की मात्रा सीमित है. एक बार पटाई हो गई तो ये मिट्टी किसी श्रद्धालु को नहीं मिल सकेगी. यही वजह है कि ये मिट्टी को उसी श्रद्धालु को दी जा रही है जो इसके लिए विशेष इच्छा जताते हैं.
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