Ayush Scam: पूर्व मंत्री पर 1.60 करोड़ रिश्वत लेने का आरोप, STF ने पीएस राजकुमार को बनाया गवाह
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता और पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी (Dharam Singh Saini) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. एक रिश्वतखोरी कांड में उनके खिलाफ जांच तेज हो गई है.
Ayush Admission Scam: आयुष कॉलजों (Ayush College) की मान्यता के लिए रिश्वतखोरी कांड में फंसे पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी (Dharam Singh Saini) की मुश्किलें बढ़ते नजर आ रही है. पूर्व मंत्री पर कॉलेजों की मान्यता की मंजूरी के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगा है. अब इस केस में पूर्व मंत्री के खिलाफ यूपी एसटीएफ (UP STF) ने जांच तेज कर दी है. धर्म सिंह सैनी के पूर्व सचिव राजकुमार दिवाकर के बयानों के आधार पर इनसे पूछताछ हो सकती है.
पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी यूजी और पीजी कॉलेजों के लिए मान्यता देने के बदले में रिश्वत लेने का आरोप है. पूर्व मंत्री पर आयुष कॉलेजों की मान्यता के बदले में ये रिश्वत लेने का आरोप लगा था. धर्म सिंह सैनी पर आरोप है कि मान्यता देने के लिए उन्होंने 1.60 करोड़ रूपए रिश्वत ली है. जिसमें रिश्वत का बड़ा हिस्सा पूर्व मंत्री के हिस्से में ही आया था.
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पीएस ने कुबूली रिश्वत लेने की बात
अब यूपी एसटीएफ ने इस मामले में पूर्व मंत्री के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर ली है. चार्जशीट में ही उनके रिश्वत लेने की बात का खुलासा हुआ है. सूत्रों के अनुसार पूर्व मंत्री के पीएम ने एसटीएफ को दिए अपने बयान में रिश्वत लेने की बात को कुबूल किया है. जिसके बाद अब एसटीएफ ने पीएस राजकुमार को गवाह बनाने की तैयारी कर ली है.
धर्म सिंह सैनी के मंत्री रहते हुए राजकुमार दिवाकर उनके पीएस थे. इस केस में एसटीएफ ने राजकुमार से पूछताछ की थी. जिसके बाद चार्जशीट तैयार हुई थी. अब चार्जशीट से हुए खुलासे में 15 आरोपियों का नाम होने का दावा किया गया है.
बता दें कि धर्म सिंह सैनी बीजेपी की पिछली सरकार में मंत्री थे. लेकिन विधानसभा चुनावों से ठीक पहले उन्होंने सपा का दामन थाम लिया था. तब उन्होंने सहारनपुर की नकुड़ विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गए.