UP Politics: आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने 18वीं लोकसभा के पहले दिन मीडिया से बात की. उत्तर प्रदेश स्तति नगीना से सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि मैं उन लोगों की आवाज हूं जिन्हें इंसान ही नहीं समझा गया. उनकी आवाज दबा दी गई. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि जब तक मैं संसद में हूं, जनता की आवाज उठाता रहूंगा. संविधान और जनता के खिलाफ काम करने वालों से सवाल करेंगे.'
चंद्रशेखर ने कहा कि अभी मौका नहीं मिला है. अभी तो आया हूं. जब मौका मिलेगा तो आप को ये आवाज अच्छी लगेगी. ये आवाज हमेशा निष्पक्ष रहेगी और कमजोरों के लिए रहेगी. मैं उनकी आवाज हूं जिनको इंसान भी नहीं माना गया. जिनको जानवर मानकर उनको सामाजिक और धार्मिक आधार पर कुचला गया है. हर जुल्म के खिलाफ आवाज उठेगी. चाहे जिसकी सरकार होगी केंद्र या राज्य की उससे जवाब मांगा जाएगा.
आजाद समाज पार्टी के नेता ने कहा कि मैं स्पष्ट हूं कि जिन लोगों ने मुझे संसद भेजा है उन लोगों की आवाज यहां उठेगी. जो भी सरकार, संविधान और आम जनता के विरुद्ध जाएगी उससे सवाल पूछा जाएगा. जिन लोगों ने हमें चुनकर भेजा है हम जिम्मेदारी से उनके मुद्दे उठाएंगे. नौजवान, किसान, महिलाएं, वंचित या कोई भी तबका हो, हम उनके साथ रहेंगे.
'हमारे क्षेत्रों की समस्याएं भी दूर हों...'
नगीना सांसद ने कहा कि जिस तरह से कई सूचनाएं मिलती हैं जैसे बाबा साहेब आंबेडकर की मूर्ति हटाई गई और मैंने स्पीकर को इस पर चिट्ठी लिखी और उनसे कहा कि इसका संज्ञान लें. उन्होंने कहा कि हम प्राइवेट बिल लाकर जनता के मुद्दे उठाएंगे. संसद सत्ता के साथ-साथ विपक्ष का भी घर है. सत्ता पक्ष सिर्फ अपने नहीं विपक्ष के बारे में भी सोचे. हम जैसे सांसदों के बारे में भी सोचना चाहिए कि हमारे क्षेत्रों की समस्याएं भी दूर हों.
मैं संविधान को मानने वाला व्यक्ति हूं. मैं जाति की बाध्यता नहीं मानता. मैं सभी के साथ हूं. जो हाशिए पर हैं उनको सामाजिक और आर्थिक रूप से साथ लाने के लिए काम करेंगे.