Azadi Ka Amrit Mahotsav: गाजियाबाद के हिंडन विहार में अंग्रेजों से हुई थी भीषण लड़ाई, सेनानियों ने फिरंगियों के कर दिए थे दांत खट्टे
गाजियाबाद के हिंडन विहार क्षेत्र में अंग्रेजों और हिंदुस्तानियों में भीषण लड़ाई हुई थी. जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों को मार गिराया था. ब्रिटिश सरकार ने इनके की याद में समारक बनवााय था.
Ghaziabad News: हिन्दुस्तान के पहले स्वतंत्रता संग्राम यानी 1857 की क्रांति की यादें देश भर में बिखरी हुई हैं. उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां मेरठ, कानपुर, लखनऊ, बरेली और झांसी जैसे शहरों में ऐसी सैकड़ों जगह हैं जहां हिंदुस्तानियों ने अंग्रेजों के दांत खट्टे किए थे. इस संग्राम की निशानियां एक दर्जन से अधिक शहरों में आज भी मौजूद हैं. अधिकांश जगह अंग्रेजों द्वारा हम हिन्दुस्तानियों पर किए गए जुल्मों की दास्तान तो बयान करती हैं पर ऐसी निशानियां कम ही हैं जो हमें याद दिलाएं कि किस तरह हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों की सेना को तहस नहस कर डाला था.
गाजियाबाद के हिंडन विहार क्षेत्र
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटा गाजियाबाद उन चंद शहरों में से एक है जो वीरता की यह गाथा बयान करता है. गाजियाबाद के हिंडन विहार क्षेत्र में वह स्थान है जहां अंग्रेजों और हिंदुस्तानियों में भीषण लड़ाई हुई थी और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने चुन चुन कर अंग्रेजों को मार गिराया था. अपने अफसरों और सैनिकों की याद में अंग्रेजों ने यहां एक स्मारक भी बनवाया था जो आज भी पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित है. यहां अंग्रेजों की कुछ कब्रें भी हैं जिन पर मारे गए अंग्रेजों के नाम खुदे हैं. यह स्मारक बेशक आज बदहाल स्थिति में हैं मगर फिर भी स्वतंत्रता संग्राम की कहानी बयान करने में सक्षम है.
हिंडन नदी पर अंग्रेजों को घेरा था सेना ने
1857 की क्रांति का बिगुल बजने के बाद अंग्रेजी सेना निकल पड़ी मेरठ से दिल्ली के लिए क्रांतिकारियों को कुचलने के लिए, क्रांति वीरों ने अंग्रेजी सेना को हिंडन नदी पर घेर लिया और अंग्रेजो के साथ 2 दिन तक भीषण युद्ध किया जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गई बड़ी तादाद में अंग्रेज मारे गए और हमारे कुछ क्रांतिकारी शहीद हुए, कहते हैं उस युद्ध में हिंडौन नदी का पानी भी लाल हो गया था, हमारे क्रांतिवीरों ने अंग्रेजी सेना के छक्के छुड़ा दिया थे.