UP News: आजादी के 75वें वर्ष में हर भारतवासी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. हर घर तिरंगा लगाने की मुहिम में जिला प्रशासन भी पीछे नहीं है. यही वजह है कि स्वयं सहायता समूह लगातार तिरंगा तैयार किया जा रहा है. गोरखपुर में भी ये सिलसिला बदस्तूर जारी है. सभी स्वयं सहायता समूहों को तिरंगा तैयार करने का टारगेट दिया गया है. यही वजह है कि स्वयं सहायता समूह में सहयोग करने वाली महिलाएं भी पूरे जोश और जज्बे के साथ आजादी के इस अमृत महोत्सव में योगदान दे रही हैं. समूहों की ओर से गोरखपुर में अब तक डेढ़ लाख तिरंगा तैयार किया जा चुका है.
 
गोरखपुर के बांसगांव के जिगिना भियाव गांव के शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष संगीता मिश्रा ने बताया कि उनके समूह में 13 महिलाएं काम करती हैं. उनका समूह पीपी किट, बैग और अन्य सामान तैयार करते हैं. इस समय तिरंगा बनाने का काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि उनके समूह की महिलाएं तिरंगा बनाने में जुटी हैं. इस समूह से वे और उनके समूह की महिलाएं रोजगार के साथ परिवार की मदद भी कर पा रही हैं.
 
पति-पत्नी मिलकर बनाते हैं झंडा


गोरखपुर के बांसगांव के जिगिना भियाव गांव के शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष संगीता मिश्रा के पति संतोष मिश्रा भी समूह की मदद करते हैं. वे तैयार हुए माल को विकास भवन तक पहुंचाते हैं. इसके साथ ही मिले हुए आर्डर के लिए लगने वाले कच्चे माल की भी व्यवस्था करते हैं. वे बताते हैं कि पति-पत्नी दोनों मिलकर बैग सिलाई का काम करते रहे हैं. ब्लॉक से पता चला कि समूह बनाकर मदद मिल सकती है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के सहयोग से समूह बनाकर काम शुरू किए. इससे गांव की महिलाओं को रोजगार मिला. समूह की महिलाएं के बनाए बैग की बिक्री के लिए शहीद अशफाक उल्‍लाह खां प्राणि उद्यान में दुकान मिली हुई है. वे मुख्यमंत्री को इसके लिए धन्यवाद देते हैं. इस समय समूह में तिरंगा बनाने का काम चल रहा है. हर महिला 100 से 150 तिरंगा प्रतिदिन तैयार कर लेती हैं.
 
महिलाओं के परिवार को मिल जाती है मदद


समूह में कार्य करने वाली स्‍नेहलता मिश्रा बताती हैं कि वे शिव शक्ति समूह में काम करती हैं. इस समय तिरंगा बनाने के काम में वो लोग जी-जान से जुटी हैं. उनके समूह की महिलाएं तिरंगा बना रही हैं. इससे वे अपने परिवार की मदद के साथ दो बच्चों को पढ़ाने का कार्य आसानी से कर पा रही हैं. समूह की महिला तक्षला बताती हैं कि 26 हजार तिरंगा बनाने का ऑर्डर मिला है. एक दिन में वे 100 से 150 झंडा तैयार कर लेती हैं. इससे उन्हें दो से ढाई सौ रुपए प्रतिदिन की आमदनी हो जाती है. इससे उनके परिवार को भी मदद मिलती है.
 
21 समूहों को तिरंगा तैयार करने की जिम्मेदारी मिली
 
गोरखपुर के मुख्‍य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा ने बताया कि समूह के द्वारा झंडों का निर्माण करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उपलब्‍धता को देखते हुए झंडों के निर्माण का टारगेट बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जरूरत पर इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी. लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि सभी लोग बढ़-चढ़कर भाग लें. आजादी का अमृत महोत्सव और हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 21 समूहों को तिरंगा तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है.


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