Azam Khan News: फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले (Fake Certificate Case) में सीतापुर की जेल में बंद समाजवादी पार्टी के महासचिव आजम खान के दारुल अवाम दफ्तर में उनके दुश्मनों के नाम ब्लैक बोर्ड पर लिखे हैं. जिसमें साफ साफ शब्दों में लिखा गया है कि आजम खान के दुश्मन कौन-कौन हैं. पार्टी के कार्यकर्ताओं और आजम खान के समर्थकों को निर्देश है कि इन दुश्मनों का बहिष्कार करें और इन से दूरी बना लें.
कुछ अखबारों बताया दुश्मन
सीतापुर जेल में बंद आजम खान के ये दुश्मन कोई व्यक्ति नहीं हैं बल्कि कुछ दैनिक अखबार हैं जिनको आजम खान का दुश्मन बताया गया है. रामपुर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल ने बताया कि दुश्मनों के बारे में यह नोटिस बोर्ड कार्यालय में इसलिए लगाया गया है ताकि हमारे कार्यकर्ता यह जान लें कि आजम खान का दुश्मन कौन है.
उन्होंने बताया कि सितम्बर महीने में आजम खान के घर और ठिकानों पर जो आयकर के छापे पड़े थे उसको लेकर कुछ अखबारों ने हमारे नेता आजम खान के बारे में उन्हें बदनाम करने वाली खबरें छापी थीं और लगातार आजम खान के खिलाफ ये खबरें छापते रहते हैं. इसलिए इन्हें आजम खान का दुश्मन घोषित किया गया है और कार्यकर्ताओं व समर्थकों से अपील की गई है कि वह इन अखबारों का बहिष्कार करें. उन्होंने कार्यकर्ताओ से अपील की है कि वे इन्हें न खरीदें, न पढ़ें. यदि फिर भी कोई इन अखबारों को खरीदता है या पढ़ता है तो उसका आजम खान से कोई संबंध नहीं रहेगा.
रामपुर स्थित दफ्तर में लगा नोटिस बोर्ड
ये ब्लैक बोर्ड रामपुर समाजवादी पार्टी की तरफ से लगाया गया है. आजम खान के दफ़्तर में आने वाले लोग इसे पढ़ कर चर्चा कर रहे हैं कि आजम खान के दुश्मन ये चार अखबार हैं. आजम खान सीतापुर की जेल में बंद हैं, उनकी पत्नी डॉक्टर तंज़ीन फातिमा रामपुर जेल में बंद हैं जबकि उनका बेटा अब्दुल्ला आजम हरदोई की जेल में बंद हैं. इन तीनों को 18 अक्टूबर को रामपुर की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने अब्दुल्ला आजम के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के मामले में दोषी करार देते हुए 7-7 साल की सजा सुनाई थी.