Supreme Court से जमानत मिलने के बाद भी कम नहीं हो हुई है Azam Khan की मुश्किलें, इन मामलों ने बढ़ा रखा है सर दर्द
Samajwadi Party विधायक Azam Khan की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. Supreme Court से जमानत मिलने के बाद भी उनका सर दर्द लगातार बढ़ता जा रहा है.
Azam Khan News: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के वरिष्ठ नेता और रामपुर (Rampur) सीट से विधायक आजम खान (Azam Khan) की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. मई में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से सपा विधायक को जमानत मिली थी, जिसके बाद वो सीतापुर जेल (Sitapur) से बाहर आए थे. लेकिन उसके बाद भी प्रशासन लगातार उनपर शिकंजा कसते रहा है. अब आजम खान के साथ ही उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam Khan) और पत्नी तंजीम फातिमा (Tazeen Fatma) पर भी जांच की आंच पहुंच चुकी हैं.
दरअसल, शनिवार को सपा विधायक आजम खान रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए. शनिवार को कोर्ट में दो जन्म प्रमाण पत्र और डूंगरपुर से संबंधित 2 मामलों में सुनवाई हुई. इस केस में आजम खान के बेटे और स्वार सीट विधायक अब्दुल्ला आजम भी आरोपी हैं. अभी सेशन कोर्ट में यह सभी मामले ट्रायल पर चल रहे हैं. इसके अलावा भी कई मामले हैं, जिसमें हर कुछ दिनों पर दोनों ही किसी ना किसी मामले में सुनवाई के कोर्ट में पेश होते हैं.
ये भी है केस
इसके अलावा बीते दिनों ईडी ने अब्दुल्ला आजम और आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था. इन दोनों को ही पुलिस ने अलग-अलग पूछताछ के लिए बुलाया था. ये नोटिस जौहर यूनिवर्सिटी के मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए जारी किया था. ईडी जौहर यूनिवर्सिटी मामले में इन दोनों के फंड ट्रांसफर की जांच कर रही है. ये केस ईडी ने 1 अगस्त 2019 को आजम खान के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इसमें प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट तहत केस दर्ज किया गया है.
वहीं बीते ढाई सालों से तीन सालों में आजम खान पर करीब 88 मुकदमें दर्ज किए गए हैं. जिसके कारण करीब 27 महीनों तक वे सीतापुर जेल में बंद रहे. हालांकि मई महीने के अंतिम में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद रिहा किया गया था.
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