Azam Khan News: सपा नेता आजम खान की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को लीज पर दी गई जमीन वापस ले ली गई है. आजम खान को 2012 में सपा की सरकार बनने के बाद जमीन लीज पर दी गई थी. बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना की शिकायत पर योगी सरकार ने कार्रवाई की है. आज योगी कैबिनेट की बैठक में जौहर ट्रस्ट से कुछ सरकारी जमीन वापस लेने पर मुहर लगी. मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी कई वजहों से सुर्खियों में रही है. 2022 में एक मदरसे से चोरी हुए फर्नीचर और किताबें जौहर यूनिवर्सिटी से बरामद की गईं थी. सितंबर 2022 में कैंपस से नगर पालिका रामपुर की ऑटोमेटिक स्वीपिंग मशीन भी जब्त हुई.
जौहर विश्वविद्यालय जमीन विवाद
- 31 अक्टूबर को आजम खान के जौहर ट्रस्ट से कुछ सरकारी जमीन वापस लेने का फैसला किया
- सपा सरकार में माध्यमिक शिक्षा विभाग की जमीन आजम खान के जौहर ट्रस्ट को लीज पर दी गई
- आजम ने मुर्तजा विद्यालय की जमीन जौहर ट्रस्ट के नाम करा ली थी- BJP MLA आकाश सक्सेना
- जमीन पर समाजवादी पार्टी का कार्यालय बना हुआ था, जौहर ट्रस्ट ने लीज शर्तों का पालन नहीं किया
- मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय 2006 में स्थापित हुआ. सितंबर 2006 में मुलायम सिंह ने शिलान्यास किया
- सितंबर 2012 में मुलायम सिंह ने यूनिवर्सिटी का उद्घाटन किया. अखिलेश यादव और कई मंत्री भी मौजूद थे
- रामपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 12 किलोमीटर दूर विश्वविद्यालय परिसर 250 एकड़ में फैला हुआ है.
जौहर यूनिवर्सिटी-शर्तों का पालन नहीं
- सरकार ने 2005 में जौहर ट्रस्ट को 12.50 एकड़ से ज्यादा जमीन खरीदने की शर्तों के साथ अनुमति दी
- जौहर ट्रस्ट ने गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा और परोपकार का काम करने की जानकारी दी थी
- लीज की शर्तों का उल्लंघन करने पर बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने मुख्यमंत्री से शिकायत की
- सरकार के आदेश पर रामपुर प्रशासन की तरफ से कराई गई जांच में आरोप सहा पाए गए
- जौहर ट्रस्ट को हर वर्ष जिलाधिकारी को प्रगति रिपोर्ट देनी होती है लेकिन इस बीच ट्रस्ट ने रिपोर्ट नहीं दी
- केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए लीज पर दी गई जमीन पर मस्जिद का निर्माण किया गया था
- ट्रस्ट के नाम पर खरीदी गई जमीनों की खरीद-फरोख्त में भी नियमों का उल्लंघन किया गया
- अपर जिलाधिकारी प्रशासन की ओर से अदालत में मुकदमा दायर किया गया
जमीन को लेकर विवाद
- आजम खान की यूनिवर्सिटी की जमीन पर आरोप लगा कि शत्रु संपत्ति को वक्फ की संपत्ति बताकर कब्जा किया गया
- चकरोड की जमीन में भी अनियमितता मिली, कोसी नदी क्षेत्र की जमीन का आवंटन गलत तरीके से कराया
- अनुसूचित जाति के लोगों की 101 बीघा जमीन बिना अनुमति खरीद ली गई, किसानों का भी तीन एकड़ जमीन पर कब्जा
- जुलाई 2019 में कथित भूमि अतिक्रमण मामलों की जांच के लिए 9 सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया गया था
- सपा सांसद आजम खान के खिलाफ विभिन्न स्थानीय लोगों ने जमीन कब्जा करने के 26 से अधिक मामले दर्ज किए गए
- सितंबर 2021 तक सरकार जौहर यूनिवर्सिटी से 170 एकड़ से ज्यादा जमीन खाली करा चुकी थी