Saharanpur: सपा (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री आजम खान (Azam Khan) रविवार (2 जुलाई) शाम सहारनपुर (Saharanpur) के छुटमलपुर पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने भीम आर्मी (Bhim Army) के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) का हाल जाना. इस दौरान आजम खान ने मीडिया से कहा कि उनका आज का मिशन चंद्र शेखर की खैरियत पूछना था जो पूरा हुआ. एक सवाल के जवाब में उन्होंने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के विषय में मैं क्या कहूं? उसका अंदाजा इसी बात से लगा लें कि जब मैं चौथी बार मंत्री था और मेरी पत्नी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर थी तब हमने एक शराब की दुकान से नकदी और शराब की बोतल लूटी थी. 


आजम खान ने कहा कि इसके बाद भैंसा, बकरी आदि आदि के 250 मुकदमे दर्ज हैं. ऐसे में तो मैं पुलिस की तारीफ ही करूंगा. उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश सरकार कितने विषय में फेल है, पहले यह तय करना होगा. अगर किसी सब्जेक्ट में कंपार्टमेंट आती है तो भी प्रमोशन की उम्मीद होती है. देवबंद में 28 जून को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया. इसमें उन्हें गोली छूकर निकल गई थी. इस घटना की सहारनपुर पुलिस द्वारा किए गए खुलासे से चंद्रशेखर आजाद संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं. 


पुलिस के खुलासे नहीं हैं संतुष्ट- चंद्रशेखर आजाद


चंद्र शेखर आजाद ने आजम खान के साथ मीडिया से बात करते हुए कि सहारनपुर पुलिस ने जो खुलासा किया है उससे वह संतुष्ट नहीं है. उन्होंने पुलिसिया जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिना बैलेस्टिक रिपोर्ट आए, पुलिस अधिकारी गोली और तमंचे का नाम तक बता रहे हैं. ऐसे में खुलासे पर सवाल खड़ा होना लाजमी है. उन्होंने कहा कि पकड़े गए चारों हमलावार किसके इशारे पर उनकी हत्या करने आए थे, अभी तक उनका नाम सामने नहीं आया है. हमले के मुख्य आरोपी बाहर हैं, मास्टरमाइंड कल फिर हमला कर सकता है. 


सीएम योगी की भाषा लोकतंत्र के हिसाब से नहीं है सही- चंद्रशेखर आजाद


मीडिया से बात बातचीत में चंद्र शेखर ने कहा कि कोई कुछ भी कर ले, वह लोग चंद्रशेखर को लोगों के बीच जाने से नहीं रोक सकेंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस सुरक्षा में हत्या हो रही है, इसलिए पुलिस इंटेलिजेंस की क्या बात करें. पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि पुलिस ने हमलावरों के हवाले से जो बात बता रही कि उन्हें टोल पर अचानक मैं दिखाई दिया, जिसके बाद हमलावरों ने हत्या करने का प्लान बना लिया जो संभव नहीं है. उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर जबानी हमला बोलते हुए कहा कि यदि उनसे कानून व्यवस्था नहीं संभल रहा है तो इस्तीफा दे दें. यहां और भी योग्य लोग है जो प्रदेश को संभाल सकते हैं. योगी आदित्यनाथ की भाषा है लोकतंत्र के हिसाब से सही नहीं है. 


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