Abdullah Azam News: रामपुर (Rampur) की जेल से हरदोई जिला कारागार (Hardoi Jail) में शिफ्ट किए गए समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान (Azam Khan) के बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) का अब नया ठिकाना जेल की बैरक नंबर 21 बन गया है. सोमवार को अब्दुल्ला आजम से मिलने के लिए उनके मौसा और मौसी भी जेल पहुंचे. 


अब्दुल्ला आजम ने खुद से मिलने के लिए दस लोगों के नाम की पर्ची जेल प्रशासन को दी है. इनमें से हरदोई के किसी सपा नेता का नाम नहीं है. वहीं अब्दुल्ला आजम से मिलने के लिए भी जो सपा नेता पहुंचे थे, जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया, जिसके बाद वो वापस लौट गए. 


अब्दुल्ला आजम से मिले मौसी-मौसा
आजम खान की ससुराल हरदोई के बिलग्राम कस्बे में है. हरदोई में आजम खान के बेटे अब्दुल्ला को जिला कारागार लाये जाने के बाद उनकी मौसी और मौसा के अलावा समाजवादी पार्टी के नेता समेत कई कार्यकर्ता उनसे मिलने जिला कारागार पहुंचे, लेकिन जिला कारागार के प्रभारी अधीक्षक ने अब्दुल्ला की मौसी और मौसा को उनसे मिलने की अनुमति दी. जबकि समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को जिला कारागार से अब्दुल्ला से बिना मिले वापस लौटना पड़ा. 


अब्दुला आजम को रविवार को ही रामपुर जिला कारागार से हरदोई जिला कारागार में शिफ्ट किया गया था. जबकि उनके पिता को सीतापुर की जेल में रखा गया है. दोनों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह पांच बजे जेल से निकाला गया था. इस दौरान जब पत्रकारों ने अब्दुल्ला आजम से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया वहीं आजम खान ने अपना एनकाउंटर किए जाने की आशंका जताई. 


फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में सजा
बता दें कि आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने सात-सात साल की सजा सुनाई है. जिसके बाद पहले तीनों को रामपुर की ही जेल में भेजा गया था, लेकिन यहां से अब्दुल्ला आजम को हरदोई, आजम खान को सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया है जबकि पत्नी तंजीन फातिमा रामपुर जेल में ही बंद हैं. 


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