UP News: आजमगढ़ (Azamgarh) में बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष हरिवंश मिश्रा (Harivansh Mishra) को एडीओ शांतिशरण सिंह (Shantisharan Singh) ने कथित रूप से फोन पर अपशब्द कहे और गोली मारने की धमकी दी. यह 26 अक्टूबर की घटना बताई जा रही है. अब हरिवंश मिश्रा ने यूपी सरकार को चिट्ठी लिखकर सुरक्षा की मांग की है. हरिवंश मिश्रा का कहना है कि शांतिशरण के ऊपर किए गए केस में धाराएं बढ़ाई जाएं. सूत्रों की मानें तो आरोपी अधिकारी पर कार्रवाई की तैयारी हो रही है और उस पर गाज गिर सकती है. 


पुलिस ने आकर शांत कराया मामला


हरिवंश ने सरकार के नाम अपनी चिट्ठी में कहा, "शांतिशरण ने पहले उसे फोन पर गालियां दीं और मारने की धमकी भी दी. इसके बाद कलेक्ट्रेट चौराहे पर एक चाय की दुकान में लाइसेंसी बंदूक लेकर घुस गया. मैं वहां कुछ लोगों के साथ चाय पी रहा था. उसने घुसते ही मुझे गंदी गालियां देनी शुरू कर दी और पिस्तौल तान दी. इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने बीचबचाव किया. शोर सुनकर सिविल लाइन चौके के इंचार्ज मौके पर आए और तब जाकर शांतिशरण वहां से भागा."


एडीओ के खिलाफ सामने आए हैं भ्रष्टाचार के मामले


हरिवंश मिश्रा ने आगे कहा, "शांतिशरण के खिलाफ जो मैंने एफआईआर दर्ज कराया  है उसमें धाराएं बढ़ाई जाएं. एडीओ के ऊपर जिले में भ्रष्टाचार के मामले सामने आए थे जिसके बाद तत्कालीन डीएम ने केस दर्ज कराया था. एडीओ ने पंचायत अधिकारी रहते हुए भी घोटाले किए हैं. उसके पास आजमगढ़ के अलावा लखनऊ सहित कई जिलों में आय से अधिक संपत्ति है. इस मामले में विभागीय जांच कराई जाए."


बीजेपी नेता ने अपील की, "मेरे खिलाफ भी फर्जी तरीके से एफआईआर दर्ज कराई गई हैं, उसे जांच करके समाप्त कराया जाए. इसके अलावा एडीओ के असलह का लाइसेंस रद्द कर दिया जाए.' हरिवंश ने अपने निवेदन में कहा कि वह बीजेपी जिला उपाध्यक्ष हैं तो उन्हें बार-बार आजमगढ़ जिला जाना पड़ता है इसलिए उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए. 


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