Akhilesh Yadav Fan: आजमगढ़ (Azamgarh) का एक नाबालिग लड़का समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से मिलने के लिए घर से भाग गया और लखनऊ पहुंच गया. उसका कहना है कि सुरक्षाकर्मियों ने उसे अखिलेश से मिलने से रोक दिया. बताया जा रहा है कि अखिलेश से मिलने के लिए लड़का कई बार अपने घर से भाग चुका है. लड़के को बाल कल्याण समिति (Child Welfare Committee) को सौंप दिया गया है और उसके परिवार को जानकारी दे दी गई है. 


चाइल्डलाइन के समन्वयक विवेक शर्मा ने कहा कि लड़के को ढूंढना मुश्किल नहीं था क्योंकि वह अखिलेश यादव से मिलने के लिए घर से कई बार भाग चुका है. ऐसा उसने करीब सात बार किया है. लड़का पहली बार अपने घर से तब भागा था जब वह महज 10 साल का था. वह अखिलेश से मिलने दिल्ली और मुंबई जैसे दूर-दराज शहरों में जा चुका है. जब लड़का 26 मार्च को लापता हो गया तो उसके माता-पिता ने चाइल्डलाइन से संपर्क किया और अधिकारियों को उसके घर से भागने के पीछे का कारण बताया. 


चाट स्टॉल वाले ने दी लड़के की जानकारी
रात 8.30 बजे कॉल आने के तुरंत बाद, चार चाइल्डलाइन कार्यकर्ताओं को विक्रमादित्य मार्ग स्थित अखिलेश यादव के आवास के आसपास के क्षेत्र में तैनात किया गया. लड़के का पता लगाने के लिए बंदरिया बाग, दिलकुशा मार्ग और हजरतगंज में भी कर्मियों को तैनात किया गया. विवेक शर्मा ने कहा, हम पहली रात में उसका पता नहीं लगा पाए. हालांकि, विक्रमादित्य मार्ग पर एक रेहड़ी वाले ने हमें बताया कि उसने इलाके में एक ऐसा ही लड़का देखा है. अगले दिन, हमारे कार्यकर्ता फिर से उसकी तलाश में निकले, और एक चाट स्टॉल वाले ने उन्हें बताया कि उन्होंने लड़के को फिर से सड़क पर देखा. 


लड़के की कराई जा रही है काउंसलिंग
आखिरकार चाइल्डलाइन वर्कर्स ने विक्रमादित्य मार्ग स्थित एसपी कार्यालय के बाहर सड़क पर लड़के को देखा. उन्होंने एसपी की टोपी पहन रखी थी और गले में एक स्टोल लपेटा हुआ था. पूछताछ किए जाने पर, लड़के ने खुलासा किया कि उसने अखिलेश यादव के आवास में प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन उनके सुरक्षा गार्डों ने उसे रोक दिया. सीडब्ल्यूसी ने आदेश दिया है कि लड़के को मोहन रोड स्थित सरकारी बाल आश्रय गृह में तब तक रखा जाए जब तक कि उसके माता-पिता आजमगढ़ से उसे वापस घर ले जाने के लिए नहीं आ जाते. लड़के की काउंसलिंग भी की जा रही है.


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