Azamagrh News: सॉल्वर गैंग पूरे राज्य भर में अपनी जड़ें जमा चुका है. आजमगढ़ (Azamgarh) में एसटीएफ के हत्थे बिहार का सॉल्वर चढ़ा है. दरअसल, अभ्यर्थी के शक्ल की तरह ही दिखने वाले सॉल्वर को पहले छांट कर लाया जाता है. मामूली से रुपए के चक्कर में जो होनहार होते हैं उनको फंसाया जाता है. एसटीएफ लखनऊ और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम द्वारा (पीईटी परीक्षा) नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने इनके पास से दो मोबाइल फोन और आधार कार्ड बरामद किया है.


क्या है पूरा मामला?
दरअसल, शहर कोतवाली क्षेत्र के विद्यालय एसवीएस कॉलेज मे रविवार को उ0प्र0 अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा कराई जा रही प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा 2022 में अभ्यर्थी अनिल यादव प्रथम पाली में अपने स्थान पर किसी सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा दिला रहा था और खुद परीक्षा केन्द्र के बाहर था. जांच में परीक्षा केन्द्र के भीतर सॉल्वर प्रवीण कुमार बैठकर परीक्षा देना पाया गया और असली परीक्षार्थी अनिल यादव जो स्कूल के बाहर मौजूद था. उसको पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया.


दोनों आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
सॉल्वर प्रवीण कुमार के पास से  ओ.एम.आर. शीट, उत्तर पत्रांक और प्रश्न पुस्तिका, कूटरचित आधार कार्ड जो अनिल यादव के पते का है जिस पर फोटो कूटरचित है उसे बरामद कर लिया गया है. आरोपियों ने बताया कि यह फर्जी आधार कार्ड हम लोग सॉल्वर के कार्य हेतु कूटरचित कर तैयार करते हैं. अभ्यर्थी अनिल यादव को देखकर सॉल्वर प्रवीण कुमार ने पहचान कर बताया कि यही असली अभ्यर्थी अनिल यादव है जिनके स्थान पर मै परीक्षा दे रहा था. दोनों पकड़े गये व्यक्तियों से पूछताछ करने पर प्रवीण कुमार ने बताया कि मैं बिहार के जिला खगड़िया का रहने वाला हूं वहां से मैं 14 अक्टूबर को आया था. मुझे यहां विशाल राजपूत निवासी गोरखपुर ने बुलवाया था उसी ने अनिल यादव के स्थान पर परीक्षा देने को कहा था जिसके एवज में मुझे परीक्षा के बाद 20 हजार रूपये देने को कहा था.


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