Azamgarh News: आजमगढ़ पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो खुद को दिल्ली का पुलिस का सब इंस्पेक्टर बताता था. आरोपी ने पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से लाखों की ठगी की है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ थाना जहानागंज में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी में है. पुलिस ने इसके पास से एक वर्दी दिल्ली पुलिस मय टोपी व जूता, एक लैपटाप और कार बरामद किया है.


दरअसल, 28 जुलाई 2024 को आकाश कुमार पुत्र अरविन्द कुमार ग्राम बरहतिर जगदीशपुर थाना जहानागंज जनपद आजमगढ़ ने पुलिस को प्रार्थनापत्र दिया कि प्रद्दुम्न कुमार पुत्र श्यामलाल राम ग्राम करउत थाना जहानागंज जनपद आजमगढ़ जो अपने आप को दिल्ली पुलिस का सब-इंस्पेक्टर तथा काफी पहुँच वाला बताया जिसने वर्दी पहने अपनी फोटो भी दिखाया जिसके द्वारा पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर गाँव के कई लोगो से लगभग 9 लाख रूपये ले लिया तथा अरूण कुमार को पोस्ट आफिस में पोस्ट मैन के पद पर नौकरी करने के लिए कूटरचित फर्जी ज्वाईनिंग लेटर भी दे दिया है.


पूछताछ में आरोपी ने किया चौंकाने वाला खुलासा
अब और पैसा लेने के लिए वादी मुकदमा के घर आकर बकाया धनराशि के लिए दबाव बना रहा था तथा बार-बार धमकी दे रहा था. शक होने पर कि यह कोई उप-निरीक्षक नही है. इसने द्वारा फर्जी उप-निरीक्षक बनकर फर्जी नियुक्ती पत्र दिया गया है. जिसे वादी मुकदमा व अन्य द्वारा पकड़ कर थाने लाया गया. जिसके सम्बन्ध मे थाना स्थानीय पर मुकदमा अपराध संख्या 392 बटा 2024 धारा 419, 420, 467, 468, 471, 171 व 506  पंजीकृत कर अभियुक्त को नियमानुसार नयायालय रवाना भेजा गया.


आरोपी ने बताया कि पहले मै दिल्ली मे अपने पिता के पास रहकर प्राइवेट नौकरी करता था. आज कल लोगो को नौकरी नही मिल रही है मैंने लालच में आकर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा कमाने के बारे मे सोचा तथा गाँव आकर आकाश कुमार निवासी बरहतीर जगदीशपुर के घर पर आकर अपनी फर्जी पहुंच बताकर पुलिस विभाग मे तथा पोस्ट आफिस विभाग मे नौकरी दिलाने की बात बताया. मैने अपने आप को दिल्ली पुलिस का उप-निरीक्षक बताया था. विश्वास दिलाने के लिये मैने अपने पहने हुए फर्जी उप-निरीक्षक पद के वर्दी की फोटो को दिखाया था. मै किसी दिल्ली पुलिस मे नही नियुक्त हूं. मै यूपी मे लोगो को अपने बातो मे फसाने के लिये यूपी पुलिस का भी बैच लगा लेता हूँ.


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क्या बोला आरोपी
आरोपी ने बताया कि आकाश ने मुझे दिल्ली पुलिस का दरोगा समझ कर पुलिस मे नौकरी दिलाने के लिये कहा था और आकाश ने अपने दोस्तो सूरज भारती पुत्र दिनेश भारती को पुलिस विभाग मे तथा अरूण कुमार पुत्र सुरेश राम निवासीगण ग्राम बरहतीर जगदीशपुर थाना जहानागंज जनपद आजमगढ़ को पोस्ट आफिस मे नौकरी दिलवाने के लिये बताया था. मैंने आकाश, सूरज व अरूण तीनो से मिलाकर लगभग 9 लाख रूपये ले लिये थे तथा अरूण कुमार को पोस्ट आफिस में पोस्ट मैन के पद पर नौकरी करने के लिए अपने लैपटाप से यूटूब के माध्यम से देखकर कूटरचित फर्जी ज्वाईनिंग लेटर दिया था. मेरे द्वारा नियुक्ति पत्र देते समय ज्वाइनिंग टाइम बीत जाने के कारण नया ज्वाईनिग डेट फिर से बनाने के लिये और पैसा मांगा गया था और बाकी पैसे लेने के लिये कल आकाश के घर आया था कि इन लोगो को मेरे ऊपर शक होने पर मुझ पकड़ कर थाने लेकर आये थे. 


इस मामले पर एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि जहानागंज पुलिस ने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है जो कि अपने को दिल्ली पुलिस में दरोगा बता रहा था यह आमतौर से लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता है. अभी तक तीन लोगों से इसने ठगी के जरिए 9 लाख रुपया नौकरी दिलाने के नाम पर वसूल किया है. इसके पास से कार और लैपटॉप बरामद हुआ है. पुलिस अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है जो भी तथ्य सामने आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.