Azamgarh Police Encounter: उत्तर प्रदेश में यूपी पुलिस (UP Police) का ऑपरेशन लंगड़ा अपराधियों पर कहर बनकर टूट रहा है. इसी क्रम में आजमगढ़ पुलिस (Azamgarh) ने मुठभेड़ के बाद एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो मोबाइल टावरों समेत अन्य कीमती सामानों की चोरी करते थे. दो दिन पहले यहां थाना जहानागंज पुलिस (Police) ने इस गैंग के 15 सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जबकि इस गैंग के सरगमा समेत तीन बदमाश पुलिस की पकड़ से बाहर थे, जिसके बाद बुधवार को पुलिस ने मुठभेड़ (Police Encounter) कर गिरोह के सरगना संतोष सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, 2 दिन पहले थाना जहानागंज पुलिस ने मोबाइल टावरों और महंगी चीज़ों को चुराने वाले गैंग के 15 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस को इनके पास से करीब 15 लाख रुपये और तीन गाड़िया बरामद हुई थी हालांकि गैंग का सरगना और दो बदमाश अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर थे. पुलिस पूछताछ में मिली जानकारी के बाद अगले दिन जहानागंज पुलिस ने गैंग के सरगना संतोष सिंह को भी मुठभेड़ कर गिरफ्तार कर लिया. वहीं मुखबिर की सूचना पर गैंग के एक और सदस्य मिथिलेश कुमार को भी पुलिस की टीम ने थाना सरायमीर के पास घेर लिया.
पुलिस की जवाबी फायरिंग में लगी गोली
पुलिस ने आरोपी मिथिलेश को मोटरसाइकिल से आता देखा जिसके बाद उसे रोकने का इशारा किया, लेकिन मिथिलेश ने वहां से भागने की कोशिश की और फायरिंग करते हुए वहां से भागने की कोशिश करने लगा. पुलिस की जवाबी फायरिंग में बदमाश के दाहिने पैर में गोली लग गई, जिससे वो घायल होकर गिर पड़ा, पुलिस ने मिथिलेश को गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया है. उसके पास से अवैध असलहा, कारतूस, बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल और नगदी भी बरामद की गई है.
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल रसिया ने बताया है कि पुलिस मुठभेड़ में मिथिलेश कुमार गिरफ्तार कर लिया गया है जिसको दाहिने पैर में घुटने के नीचे गोली लगी है उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए कहा है कि वो टावरों से बैटरी समेत कीमती सामान की चोरी किया करता था. उसके पास से अवैध असलहा कारतूस और बिना नम्बर प्लेट की मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है. मिथिलेश पर 25 हजार का इनाम घोषित था.
ये भी पढ़ें- UP Politics: सच हुआ सीएम योगी का दावा तो अखिलेश यादव को होगा बड़ा नुकसान, जानिए कैसे?