Azamgarh News: आजमगढ़ पुलिस के हाथ लगा साइबर अपराधी, बायोमैट्रिक के जरिए धोखाधड़ी कर ऐसे निकालता था पैसा
पिछले दिनों आजमगढ़ में ग्राहक सेवा केंद्रों से लोगों के अंगूठे का छाप लेकर उसकी बायोमैट्रिक क्लोनिंग के जरिए धोखाधड़ी का मामला सामने आया था. उसके पास से कई उपकरण भी बरामद किए गए हैं.
UP News: पिछले दिनों आजमगढ़ (Azamgarh) में ग्राहक सेवा केंद्रों (Grahak Seva Kendra) से लोगों के अंगूठे का छाप लेकर उसकी बायोमैट्रिक क्लोनिंग (Biometric Cloning) के जरिए धोखाधड़ी का मामला सामने आया था. अब बायोमैट्रिक के माध्यम से बैंक खातों से लाखों रुपये निकालने वाला शातिर साइबर अपराधी (Cyber Criminals) को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है.
उसके कब्जे से बने हुए क्लोन फिंगरप्रिंट और फिंगर प्रिंट (Finger Print) बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं. पीड़ित मो. गफ्फार खां ने इस मामले में सूचना दी. उन्होंने बताया कि उसके बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक खाते से किसी अज्ञात व्यक्ति ने आधार कार्ड के माध्यम से फर्जीवाडा किया है.
क्या हुए बरामत
इस मामले में फर्जी अंगूठा लगाकर करीब दो लाख रुपए निकाल लिए. वादी के सूचना के आधार पर धारा 419, 420 और 66 सी IT एक्ट के तहत पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया. पुलिस को मुखबिर से मिली सूचना पर मेहनाजपुर तिराहे से प्रकाश में आये आरोपी अहागीर शेख उर्फ आदिल को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया. जिसके पास से बैग में लैपटॉप, थंब स्कैनर, बने हुए फिंगर क्लोन आदि बनाने के उपकरण बरामद हुए.
कैसे हुई धोखाधड़ी
पुलिस से अभियुक्त ने बताया कि एक साल पहले ग्राहक सेवा केंद्र चलाता था. एक दिन उसके ग्राहक सेवा केंद्र पर राबर्ट्सगंज का रहने वाला अजीत सिंह आया जो उसे फिंगर क्लोनिंग करना सिखाया. उसके बाद ग्राहक सेवा केंद्र पर आये हुए लोगों से उनके अंगूठे का निशान आधार कार्ड और अन्य डिटेल ले लिया. उसी अंगुठे की निशान को बटर पेपर पर स्कैन कर लिया उसके बाद बटर पेपर को रबर पर रखकर थंब इंप्रेशन मशीन के माध्यम से इम्प्रेस किया. जिससे उस अंगूठे का निशान रबर या पॉलीमर पर आ गया और उस व्यक्ति के अंगूठे का क्लोन फिंगरप्रिंट तैयार हो गया. उसके बाद फर्जी AEPS बैंकिंग आईडी से क्लोन फिंगरप्रिंट के माध्यम से आधार कार्ड से लिंक बैंक खातो से रुपये निकाल लिया. ऐसे ही कई लोगों का फिंगरप्रिंट का क्लोन बनाकर बैंकिंग धोखाधड़ी कर आर्थिक लाभ कमाते हैं. अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा 165 लोगों के साथ फ्रॉड कर करीब 15 से 20 लाख रूपये निकाले गये हैं. जिसकी जांच की जा रही है. अभियुक्त के पास से एक लैपटाप चार्जर 2, पालीमर कैमिकल (फिंगर प्रिंट तैयार करने हेतु) 3, बायोमेट्रिक स्कैनर 4, बने हुए फिंगर क्लोन 209, 5 फिंगर प्रिंट पैड, 6 बटर पेपर, 7 कांच प्लेट पॉलीमर, 8 मोबाइल फ़ोन, 2 आधार कार्ड और 9 पैन कार्ड बरामद हुए.
क्या बोली पुलिस
पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर पुलिस थाना जनपद आजमगढ़ में एक मुकदमा पंजीकृत किया गया था. इसकी विवेचना के दौरान आयो अनिल सिंह के द्वारा आजमगढ़ आदिल नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. जिससे एक लैपटॉप, पॉलीमर कैमिकल जिससे फिंगर प्रिंट तैयार किए जाते थे. बायो मैट्रिक स्कैनर, 209 बने हुए फिंगर क्लोन, दो मोबाइल फोन, आधार कार्ड और पेन कार्ड सहित कई सामान बरामद किए गए हैं. पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि है कि एक साल पहले ये एक ग्राहक सेवा केन्द्र संचालित करता था. इसी दौरान इसने लोगों के फिंगर क्लोन करने सीखे, उसके माध्यम से इसने ग्राहक सेवा केन्द्र में आए लोगों का फिंगर क्लोन करके एईपीएस के माध्यम से लोगों के खातों से बिना उनकी जानकारी के धाखाधड़ी से ये पैसा ट्रांसफर कर लेता था.
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