आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर पूछताछ केंद्र की जिम्मेदारी अब निजी कंपनी को दी गई है. ट्रेन कितनी लेट है, कब आएगी और किस प्लेटफॉर्म पर आएगी. ये सब जानकारी अब रेल कर्मचारियों के बजाए निजी एजेंसी के कर्मचारी आपको देंगे. 


पूछताछ केंद्र पर चार लोगों को नियुक्त किया गया है. कर्चारियों का ड्रेस कोड क्रीम कलर की पैंट व स्काई ब्लू की शर्ट है. फिलहाल ये व्यवस्था पूर्वोत्तर मंडल के 14 स्टेशनों पर लागू कर दी गई है. नई व्यवस्था में आजमगढ़, मऊ, बलिया व गाजीपुर भी शामिल हैं. 


24 घंटे मिलेगी जानकारी
पूछताछ केंद्र पर कर्मचारियों की 8-8 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है. यात्रियों को 24 घंटे ट्रेनों के बारे में जानकारी दी जाएगी. पूछताछ केंद्र चलाने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन प्राइवेट एजेंसियों को तीन साल का ठेका दिया है. 1096 दिनों की अवधि के बाद रेल प्रशासन उनकी सेवा लेने पर विचार करेगा.


क्यों लिया फैसला?
दरअसल, आजमगढ़ रेलवे स्टेशन के पूछताछ केंद्र पर पिछले काफी दिनों से शिकायतें आ रही थी. जब भी कोई यात्री पूछताछ काउंटर पर जाता था तो अधिकतर समय पूछताछ काउंटर बंद मिलता था. काउंटर खुला भी रहता तो कर्मचारी नदारद मिलते. इससे यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता था. आला अधिकारियों ने कर्चारियों की लापरवाही के चलते नई व्यवस्था लागू की है. रेलवे की ओर से दावा किया जा रहा है कि यात्रियों को अप टू डेट जानकारी 24 घंटे उपलब्ध कराई जाएगी.


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