Azamgarh: 'आदमी वही, पार्टी नई', भाजपा टू सपा वाले बाहुबली रमाकांत यादव का जलवा कायम
Ramakant Yadav: बसपा, भाजपा और सपा, तीनों पार्टियों का स्वाद चख चुके बाहुबली रमाकांत यादव, इस बार फिर सपा से विधानसभा के लिए मैदान में थे. फूलपुर पवई सीट से उन्होंने जीत दर्ज की है.
Amazmgarh News: आजमगढ़ में पूर्व सांसद रमाकांत यादव (Ramakant Yadav) ने एक बार फिर अपना लोहा मनवाया है. इस बार फूलपुर पवई सीट से उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा (BJP) के रामसूरत राजभर से गरीब 30,000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है. रमाकांत यादव 2017 में भाजपा में थे और अपने पुत्र अरुणकांत यादव को भी इसी सीट से बीजेपी से जिताने का काम किया था. लेकिन बाद में 2019 में लोकसभा का टिकट भाजपा से ना मिलने से नाराज थे और बाद में समाजवादी पार्टी में चले गए थे.
सपा नेतृत्व ने इस बार फूलपुर पवई से पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव का टिकट काटकर रमाकांत यादव को दे दिया था, जिसके बाद पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव के समर्थन में पूरी विधानसभा कमेटी ने इस्तीफा दे दिया था. जमकर विरोध हुआ था लेकिन इसके बाद भी रमाकांत यादव ने अपने मैनेजमेंट के बलबूते पर सभी को एकजुट कर एक बार फिर से अपने लिए यहां पर जीत हासिल की.
बीजेपी को लेकर की थी भविष्यवाणी
रमाकांत यादव इससे पूर्व बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी से लोकसभा के सांसद भी चुने जा चुके हैं. उनकी पहचान पूरे क्षेत्र में एक बाहुबली नेता के रूप में है. उन्होंने अपने ऊपर बाहुबली के आरोप पर कहा था कि जिसके साथ हजारों बाहों का बल होता वही बाहुबली कहलाता है. वहीं उन्होंने मतदान से पूर्व में ही घोषणा कर दी थी कि समाजवादी पार्टी को इस बार जनपद में 10 सीट हासिल होगी.
इससे पहले 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जिले से एकमात्र जो सीट जीती थी, उसका श्रेय अपने लेते हुए रमाकांत ने कहा था कि उन्हीं की बदौलत भाजपा का यहां से खाता खुला था और उन्होंने चुनौती दी थी इस बार बीजेपी खाता खोलने नहीं पाएगी. 2022 के चुनाव में रमाकांत यादव की भविष्यवाणी भी एक तरीके से सच साबित हुई.
यह भी पढ़ें-