विधानसभा पहुंचने के बाद अखिलेश यादव के इस्तीफे से खाली हुई उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव (Azamgarh By-Election) को लेकर दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. इस सीट पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) को अपना उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirhua) को अपना उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है. बसपा ने गुड्डू जमाली को चुनावी मैदान में उतारा है.
बसपा-बीजेपी में टक्कर-यूपी बीजेपी अध्यक्ष
उपचुनाव में मुकाबले को लेकर अलग अलग अटकलें लगाई जा रही हैं. इस बीच यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने मुकाबले को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि इस बार बीजेपी यह सीट जीत जाएगी. सबसे बड़ी बात उन्होंने यह कही कि यहां बीजेपी की बसपा से सीधी टक्कर है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, दिनेश लाल यादव निरहुआ को पिछली बार भी जनता का जबर्दस्त आशीर्वाद मिला था. वही आशीर्वाद अब चुनाव में काम आएगा. लोगों ने मन बना लिया है कि इसबार कमल खिलाना है. सामाजिक समीकरण के हिसाब से मुझे लगता है कि इसबार बसपा से सीधी टक्कर होगी.
दोनों बार रहा है सपा का कब्जा
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में दिनेश लाल यादव निरहुआ को इस सीट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हराया था. तब भी दिनेश बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे. 2014 में भी इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी रमाकांत यादव को सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने हराया था. इस सीट से नामांकन भरने का आखिरी दिन सोमवार को है.
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