Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ (Azamgarh) जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र गंभीरवन में करीब डेढ़ माह पूर्व प्रधानपति पर गोलीबारी करने की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने वादी प्रधानपति समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने दावा किया कि प्रधानपति पर गोली कोई और नहीं बल्कि उसने ही भाड़े के शूटरों और अपने भाइयों के सहयोग से घटना को अंजाम दिलाकर अपने विरोधियों को फंसाने की साजिश रची थी.
जांच में सामने आई ये बात
जहांनागंज के गंभीरवन पोखरे के समीप आठ जुलाई को दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने आशुतोष सिंह पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया था. प्रधानपति आशुतोष ने किसी तरह से पोखरे में कूदकर अपनी जान बचाई थी. इस मामले में आशुतोष ने पांच नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. जांच और साक्ष्य संकलन के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि जिन लोगों के खिलाफ आशुतोष ने मुकदमा दर्ज कराया है उन लोगों ने हत्या के प्रयास का एक मुकदमा आशुतोष और उनके भाई पर वर्ष 2015 में दर्ज कराया था जिसमें ट्रायल चल रहा है.
साजिश के तहत रचा षडयंत्र
इसी के कारण साजिश के तहत आशुतोष ने यह षड्यंत्र रचा है जिसके बाद पुलिस ने जांच की तो कुल 6 लोगों का नाम प्रकाश में आया. इसके बाद स्वाट और जहानागंज पुलिस ने वादी आशुतोष, भाई अजीत सिंह उर्फ बुलंद सिंह, विजय सिंह निवासी भरोहा अहरौला और अशोक यादव निवासी डिंगुरपुर कप्तानगंज को सुंभी बाजार से गिरफ्तार कर लिया जबकि दो अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं.
एएसपी ने क्या बताया
एएसपी सिटी आजमगढ़ नगर शैलेंद्र लाल ने बताया कि, वादी प्रधान पति और उसके परिजनों के ऊपर वर्ष 2015 में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मुकदमे में ट्रायल चल रहा है. इसी से बचने के लिए प्रधान पति आशुतोष ने साजिश के तहत अपने ऊपर गोली चलवाई थी. घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि दो की तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हैं. इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी और उनकी संपत्ति भी जब्त की जायेगी.