Azamgarh News: उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) ने जब पूरे प्रदेश में मदरसा के सर्वे (UP Madarsa Survey) का आदेश दिया तो इसका पुरजोर विरोध हुआ लेकिन अब जब मदरसों के सर्वे का काम अंतिम चरण में चल रहा है तो एक बात तो साफ हो गई है कि सरकार ने जो निर्णय लिया था वह कहीं से गलत नहीं था. प्रदेश के कई जिलों में मदरसा सर्वे के काम में यह बात सामने आई है कि कई मदरसे बिना मान्यता के ही संचालित हो रहे हैं. आजमगढ़ में भी अभी तक मदरसे के सर्वे में 100 से अधिक मदरसे बिना मान्यता के पाए गए हैं. शासन के निर्देश पर आजमगढ़ जिले में भी मदरसों के सर्वे का काम चल रहा है.
101 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे
आजमगढ़ जिले की तहसीलों में एसडीएम और खंड शिक्षाधिकारियों के नेतृत्व में यह अभियान चलाया जा रहा है. जिले में प्रशासन को अभी तक 101 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं. हालांकि प्रशासन के सर्वे का काम चल रहा है, फूलपुर और सगड़ी तहसील के सर्वे के आंकड़े अभी पूरे नहीं आए हैं. जिले के सभी 8 तहसीलों से अंतिम आंकड़े आने के बाद यह संख्या और अधिक बढ़ सकती है. शासन ने मदरसों के सर्वे की तिथि बढ़ाकर 20 अक्टूबर तक कर दी है. ऐसे में जिला प्रशासन को और अधिक समय मिल रहा है, जिससे अच्छे से जांच की जा सके.
जिले के एडीएम ने क्या कहा
जिले के एडीएम प्रशासन अनिल कुमार मिश्रा का कहना है कि, शासन के निर्देश पर मदरसों के सर्वे का काम किया जा रहा है. कुछ तहसीलों के सर्वे की रिपोर्ट अभी नहीं आई है. अंतिम आंकड़े आने के बाद रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी और शासन के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. अभी तक जिले में जांच में 101 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मिले हैं. ऐसे में इन सभी अनरजिस्टर्ड मदरसों को रजिस्टर्ड कराना पड़ेगा अन्यथा इन मदरसों को बंद कराया जाएगा. एडीएम प्रशासन का कहना है कि जिले के एसडीएम, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और बीएसए के नेतृत्व में लगातार सर्वे किया जा रहा है. जिले में अभी तक रजिस्टर्ड मदरसों की संख्या 387 है.
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
बता दें कि, आजमगढ़ जिला प्रशासन वर्ष 2018 से अभी तक जिले में चलने वाले 300 से अधिक मानकविहीन मदरसों पर कार्रवाई कर चुका है. इसके तहत जिले के यह 300 मदरसे विभाग से मान्यता प्राप्त थे पर पोर्टल की जांच में मानकविहीन पाए गए. ऐसे में इन मदरसों पर कार्रवाई करते हुए इन्हें पोर्टल पर लॉक किया गया.