आजमगढ़: जमीन की गलत पैमाइश का आरोप लगाते हुए पेट्रोल डालकर खुदकशी की कोशिश, मचा हड़कंप
Azamgarh News: बताया जा रहा है कि जब राजस्व विभाग की टीम जमीन की पैमाइश कर रही थी, तभी वहां एक शख़्स आया और उसने इसका विरोध करते हुए खुद पर पेट्रोल डाल लिया.
Azamgarh News: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में जमीन पैमाइश के दौरान बवाल मच गया जब एक युवक ने इसका विरोध करते हुए खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया और खुदकुशी करने की कोशिश की. लेकिन, तभी वहां मौजूद पुलिसकर्मी व नायब तहसीलदार ने दौड़कर उसे पकड़ लिया. इस दौरान नायब तहसीलदार ने युवक को थप्पड़ मारा और पुलिस से डंडा छीनकर उसे रोकने की कोशिश की. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पुलिस ने इस मामले में शांतिभंग में चालान किया है.
दरअसल ये मामला रानी की सराय थाना क्षेत्र के क्यामपुर गांव का है जहां, जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद था. इसी को लेकर रविवार को राजस्व टीम पुलिस के साथ गांव में पहुंची थी. राजस्व टीम जब जमीन की पैमाइश कर रही थी, इस बीच कोटवा गांव के संदीप उपाध्याय भी मौजूद था. उसने पैमाइश गलत तरीके से करने का आरोप लगाते हुए खुद पर पेट्रोल डाल लिया. इतने में वहां मौजूद पुलिस ने संदीप को पकड़ लिया और थाने लाई.
जाने क्या है पूरा मामला?
संदीप का कहना है कि विपक्षी द्वारा उसकी जमीन को घेरने के लिए मापी कराई जा रही है. वहां रकबा कम होने के कारण विपक्षी द्वारा जब मापा जा रहा तो एक जरीब उसके खेत में आकर गिर रही है. उसका कहना है कि यदि रकबा कम हो रहा तो सभी गाटेदारों में कम किया जाए, उसके गाटे से क्यों पूरा लिया जा रहा है. बताया कि इसे लेकर उसने कोर्ट से स्टे भी लिया है. इसके बाद भी पैमाइश गलत तरीके से कराई जा रही है.
इस मामले में एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि एसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार व पुलिस की टीम रानी की सराय थाना क्षेत्र के क्यामपुर गांव में पैमाइश के लिए गई थी वहां पर एक युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया. इस प्रकरण में इस युवक के विरुद्ध मुकदमा कायम किया गया है.
कार्रवाई में जुटी पुलिस
एडीएम सदर ज्ञान चंद्र गुप्ता ने बताया कि राम अवध यादव द्वारा धारा 24 के अंतर्गत अपनी जमीन की पैमाइश के लिए दावा किया था. पैमाइश संबंधी उनके आदेश फाइनल हो गया. नायब तहसीलदार पुलिस टीम के साथ मौके पर गए पैमाइश के दौरान विरोध करने वाले लोगों में से एक व्यक्ति आत्महत्या की कोशिश कर रहा था उसको समझते हुए पुलिस के हवाले कर दिया गया. जिससे पुलिस सुसंगत कार्रवाई की जा रही है. नायब तहसीलदार के मारपीट की बात निराधार है.