आजमगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर बीजेपी के संजय निषाद और सपा के विजय यादव दोनों ही अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. यहां बीजेपी और सपा में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है.आजमगढ़ समाजवादी पार्टी का गढ़ है और यहां पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव की साख दांव पर है क्योंकि विजय यादव सपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव के बेटे हैं. वह ब्लॉक प्रमुख भी रह चुके हैंइसीलिए यहां सपा के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव बड़ी चुनौती बन गया है.


बीजेपी से प्रत्याशी संजय निषाद हैं


जबकि बीजेपी के संजय निषाद के बारे में बताए तो वह भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य कन्हैया निषाद के बेटे हैं.कन्हैया निषाद ने 2017 में अतरौलिया से विधानसभा चुनाव लड़ा थासंजय टहर किशुन देवपुर वार्ड नंबर 20 से जिला पंचायत सदस्य चुने गए. आजमगढ़ में कुल 84 जिला पंचायत सदस्य हैं. दोनों ही पार्टियों का जीत का अपना-अपना दावा है.कौन बाजी मारता है ये देखना दिलचस्प होगा.






उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये जिनमें इटावा जिले को छोड़कर 21 निर्वाचित अध्यक्ष सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं. इटावा में समाजवादी पार्टी को जीत मिली है. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया था कि प्रदेश के 22 जिलों- सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है.