UP News: यूपी एटीएस (UP ATS) ने सहारनपुर से संदिग्ध आतंकी अजहरुद्दीन (Azharuddin) को गिरफ्तार किया है. यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार (UP ADG Law & Order Prashant Kumar) ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अजहरुद्दीन नौजवानों को जिहाद (Jihad) के नाम पर आतंकी बनाने का काम करता था. आरोपी युवाओं को रिडिकलाइज करके जिहाद का ज्ञान देता था. उन्होंने कहा कि इस मंशा चुनी हुई सरकार को उखाड़ कर शरिया कानून लागू कराने की विचारधारा को बढ़ावा देना था. आरोपी अजरुद्दीन से लगातार पूछताछ की जा रही है.  


जानकारी के मुताबिक आरोपी अजरुद्दीन अलकायदा इंडियन सब-कॉन्टिनेंट (Al-Qaeda in the Indian subcontinent) और जमाते मुजाहिदीन बांग्लादेश (Jamaat‑ul‑Mujahideen Bangladesh) के भारतीय कनेक्शन से जुड़ा था. अजहरुद्दीन पर आरोप है कि वो जिहादी साहित्य और वीडियो दिखाकर युवकों को अल कायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट और जेएमबी की विचारधारा से जोड़ने की कोशिश में था. वहीं, अजहरुद्दीन के भारतीय और अंतरराष्ट्रीय आतंकियों से संपर्कों की पड़ताल भी जारी है. 



ऐसे अजरुद्दीन तक पहुंची यूपी एटीएस


इस मॉड्यूल के 10 संदिग्ध आतंकियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. एटीएस के बयान के मुताबिक इनमें से पकड़े आतंकी मुदस्सिर से पूछताछ के दौरान अजहरुद्दीन की संदिग्ध भूमिका की जानकारी मिली, जिसके बाद उसे पूछताछ के लिए लखनऊ में एटीएस मुख्यालय लाया गया. बाद में 30 दिसंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बयान के मुताबिक भारत में जेहाद फैलाने एवं नवयुवकों को कट्टरपंथ की सीख देते हुए अजहरूद्दीन जेहादी साहित्य एवं वीडियो दिखाकर उन्हें एक्यूआईएस एवं जेएमबी की विचारधारा से जोड़ने हेतु प्रेरित कर रहा था.


एटीएस के मुताबिक अजहरूद्दीन, बांग्लादेशी अभियुक्तों तथा एक्यूआईएस एवं जेएमबी के सक्रिय अपराधियों मुदस्सिर एवं अबु तलहा, एहसान, मुफक्किर से जुड़ कर लोगों में जेहादी विचारधारा का प्रचार प्रसार करता था तथा चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार को हटा कर देश में इस्लामिक राष्ट्र की स्थापना हेतु कार्य कर रहा था. विस्तृत पूछताछ से प्रकाश में आये इसके भारतीय एवं अंतरराष्ट्रीय आतंकी सम्पर्कों की गहनता से छानबीन कर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी.


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