UP Election 2022: भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दलितों और पिछड़ों को साधने के लिए आज गौतम बुद्ध नगर के दादरी विधानसभा में अनुसूचित सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तराखंड की पूर्व गवर्नर व भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य ने शिरकत की. उन्होंने दलित और पिछड़े वर्ग की महिलाओं को भरोसा दिलाया कि उनका सम्मान सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में सुरक्षित है. अगर उनके सम्मान को ठेस पहुंचेगी तो उसकी आवाज उठाने के लिए वह जिम्मेदार होंगे.


लेकिन इस सम्मेलन में आई महिलाओं से जब एबीपी गंगा ने बात कर यह जानने की कोशिश की कि आखिरकार इस सम्मेलन को वह किस नजर से देखती हैं. क्या उन्हें लगता है कि दलितों का सम्मान बीजेपी में सुरक्षित है तो इस सम्मेलन में आई महिलाओं ने सम्मेलन पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा, उन्हें इस सम्मेलन में बिना बताए बुलाया गया है. उन्हें तो एक पार्लर के कार्यक्रम में सम्मानित करने की बात कह कर लाया गया है और बीजेपी के एक कार्यक्रम में बिठा दिया गया, जिसका विरोध करती है और उनका कहना है कि बीजेपी के शासन में वह दुखी है क्योंकि महंगाई की मार से वह बेहद परेशान हैं. ऐसी महंगाई में वह अपना गुजारा कैसे करें ऊपर से उन्हें अब काम भी मिलना बंद हो गया है.


बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के गढ़ में दलितों में सेंधमारी की कोशिश शुरू कर दी है. बीजेपी ने जिस दादरी में आज अनुसूचित सम्मेलन आयोजित किया है वहां से चंद दूरी पर ही पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का पैतृक गांव बादलपुर है. इसलिए दलित सम्मेलन भारतीय जनता पार्टी के लिए और अहम हो जाता है क्योंकि दादरी में भारतीय जनता पार्टी की सेंधमारी कहीं ना कहीं बहुजन समाज पार्टी के गढ़ में सेंधमारी जैसा है. 


बेटी रानी मौर्य ने कही ये बड़ी बात


बेटी रानी मौर्य ने कहा कि दलित समाज की महिलाओं को आगे लाना चाहती हैं उनकी आवाज को बुलंद करना चाहती हैं और उन्हें बताना चाहती हैं कि उनका सम्मान और उनका हित भारतीय जनता पार्टी में सुरक्षित है केंद्र और प्रदेश की सरकार लगातार दलित पिछड़ों और गरीबों के लिए काम कर रही है. केंद्र और प्रदेश सरकार की सभी योजनाएं दलित गरीब और पिछड़ों को ध्यान में रखकर लाई जा रही है बस आप खाओ है तो जानकारी का क्योंकि प्रदेश और केंद्र सरकार की कितनी योजनाएं हैं जिसकी जानकारी दलित समाज की महिलाओं को नहीं है, जिसकी वजह से वह इन योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रही है. उन्होंने कहा कि वह किसी को चैलेंज देने नहीं आई है वह तो यह पता नहीं आई है कि पिछली सरकारों में सिर्फ दलित और पिछड़ों का शोषण हुआ है उनके हित में सरकार ने कोई काम नहीं किया था लेकिन आज प्रदेश और केंद्र की सरकार दलित और पिछड़ों के लिए काम कर रही है उनके हितों को ध्यान में रखकर कई योजनाएं ला रही है. और दलितों का सम्मान बीजेपी में सुरक्षित है उसका जीता जागता उदाहरण वह खुद है जो कि वह जाटव समाज से आती है और आज बीजेपी ने उन्हें कई अवसर प्रदान किए जिसमें आगरा के मेयर से लेकर उत्तराखंड के गवर्नर बनने तक का सफर शामिल है. और आज बीजेपी ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाकर दलित समाज की आवाज उठाने की जिम्मेदारी दी है ताकि बछड़े गरीब और दलितों को उनका हक और सम्मान मिल सके. 


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