Lok Sabha Election 2024: धर्मेंद्र यादव का टिकट काटकर चाचा शिवपाल को देने पर BJP सांसद संघमित्रा मौर्य दावा- 'मैदान छोड़ कर भागे भतीजे'
बीजेपी की सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा है कि अब चाचा (शिवपाल) आए हैं. वह 2019 के चुनाव में फिरोजाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी से चार लाख तीन हजार नौ सौ पचास वोट से हारे थे.
UP Politics: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) द्वारा बदायूं लोकसभा सीट से पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर सीट से बीजेपी की सांसद संघमित्रा मौर्य ने तंज किया है. संघमित्रा ने सपा द्वारा बदायूं लोकसभा क्षेत्र से अखिलेश यादव के चचेरे भाई एवं पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) की जगह शिवपाल सिंह यादव को टिकट दिए जाने पर मंगलवार की शाम एक बयान जारी किया.
उन्होंने कहा कि लोकसभा क्षेत्र बदायूं से भाजपा के कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से घबराकर बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव मैदान छोड़कर भाग गए. मौर्य ने कहा, “लोकसभा क्षेत्र बदायूं के कार्यकर्ता बंधुओं के साथ मिलकर पूर्व सांसद की पांच वर्ष में हार की हैट्रिक बनने से रह गई. लेकिन वे जहां भी चुनाव लड़ेंगे, हम सब कार्यकर्ता मिलकर पूर्व सांसद की हार की हैट्रिक बनाएंगे.'
सभी मिलकर चाचा की हार का अंतर बढ़ाएं
संघमित्रा ने कहा, 'अब चाचा (शिवपाल) आए हैं. वह 2019 के चुनाव में फिरोजाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी से चार लाख तीन हजार नौ सौ पचास वोट से हारे थे. बदायूं लोकसभा क्षेत्र के सभी कार्यकर्ता मिलकर चाचा की हार का अंतर और बढ़ाएंगे.' उन्होंने कहा, 'जनता ने अबकी बार 400 पार का आशीर्वाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को दे दिया है. एक बार फिर मोदी सरकार के नारे के साथ बदायूं में फिर से कमल खिलाएंगे.'
समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के लिए आज अपने पांच और उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए. पार्टी ने बदायूं से पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव का टिकट काटकर शिवपाल सिंह यादव को इस सीट से प्रत्याशी बनाया है. हालांकि पार्टी ने धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया है. धर्मेंद्र आजमगढ़ में हुए पिछले लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के तौर पर उतरे थे. हालांकि उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था.