उत्तर प्रदेश के बदायूं शहर में एक शख्स को फेसबुक पर कथित महिला आईपीएस से दोस्ती करना काफी महंगा पड़ गया. आईपीएस जानकर युवक ने महिला की फ्रेड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली जिसके बाद फर्जी महिला आईपीएस से दोस्ती बढ़ गई और उसने युवक से ऑनलाइन एक लाख 85 हजार रुपये ठग लिए. पीड़ित ने आईजी रेंज बरेली से मामले की शिकायत की है. बताया जा रहा है की पीड़ित आईजी ऑफिस में शिकायत लेकर पहुंचे थे.


जानकारी के मुताबिक, दिवाकर को फेसबुक पर आईपीएस शर्मिष्ठा के नाम से फ्रेड रिक्वेस्ट आई. दिवाकर ने आईपीएस जानकर फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्ससेप्ट कर ली थी. जिसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी. दोस्ती बढ़ गई और वीडियो कॉलिंग के जरिये बातचीत होने लगी. दिवाकर ने बताया कि शर्मिष्ठा ने उसे कहा कि वो दिल्ली में सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट है. वो जब भी दिवाकर को वीडियो कॉल करती थी तो आईपीएस की यूनिफॉर्म पहनकर और ऑफिस से बात करती थी जिससे कोई भी ये यकीन कर लेगा की वो आईपीएस है.


यूट्यूब पर फर्जी आईपीएस की वीडियो लड़की की मिली


दोस्ती आगे बढ़ी तो फर्जी आईपीएस ने कई बार में दिवाकर से ऑनलाइन एक लाख 85 हजार रुपये ले लिए. बार-बार रुपये मांगने पर दिवाकर को उस पर संदेह हुआ जिसके बाद उसने नेट पर सर्च किया तो पता चला यूट्यूब पर उसकी कई वीडियो पड़ी है फर्जी आईपीएस की. जिसके बाद उसे पता चला कि वो जिसको आईपीएस समझकर इतने दिनों से बातचीत कर रहा था वो कोई आईपीएस नहीं बल्कि एक जालसाज महिला है जो आईपीएस बनकर लोगों को ठगती है. जिसके बाद आज दिवाकर ने बरेली आकर आईजी रमित शर्मा से शिकायत की. जिस पर आईजी ने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर लिखने के आदेश कर दिए हैं.


जांच के आदेश दे दिए गए है- आईजी रमित शर्मा 


वहीं, इस मामले में आईजी रमित शर्मा का कहना है कि दिवाकर ने फर्जी आईपीएस और ठगी को लेकर शिकायत की है. इस मामले में साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए गए हैं.


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