Badaun Zila Panchayat Adhyaksh Chunav 2021: बदायूं कलेक्ट्रेट परिसर में कड़ी सुरक्षा- व्यवस्था, चुनाव में जीत की चाबी निर्दलीयों के पास
बदायूं कलेक्ट्रेट परिसर में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए मतदान होना है और मतदान से पहले कलेक्ट्रेट की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. कलेक्ट्रेट पूरी तरह से छावनी में तब्दील हो गया है.
बदायूंः उत्तरप्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए होने वाले मतदान को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार नजर आ रहा है. उत्तरप्रदेश के बदायूं जिले में कलेक्ट्रेट परिसर में मतदान होना है और मतदान से पहले कलेक्ट्रेट की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. यहां कलेक्ट्रेट पूरी तरह से छावनी में तब्दील हो गया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवान तैनात हैं, ताकि कानून व्यवस्था चुस्त और दुरुस्त रहें.
बदायूं कलेक्ट्रेट पर भारी तादाद में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है .बदायूं जिले में भारतीय जनता पार्टी से वर्षा यादव और समाजवादी पार्टी से सुनीता के चुनाव मैदान में हैं. वर्षा यादव बाहुबली डीपी यादव के परिवार से है और एमएलसी जितेंद्र यादव की पत्नी हैं.
समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुनीता यादव पूर्व बसपा विधायक दीपू भैया की पत्नी है और माना जाता है कि दीपू भैया भी धनबल और बाहुबल में काफी मजबूत हैं. फिलहाल दोनों प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिरकार ये दोनों प्रत्याशी निर्दलीयों को लुभाने में कितना कामयाब होते है.
51 वार्डों में से 16 में बीजोपी और 12 में सपा जीती
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बदायूं जिले में 51 वार्ड हैं जिसमें से 16 वार्डो पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों ने जीत हाशिल की, तो वहीं 12 वार्डों में समाजवादी पार्टी के सदस्य जीत के आए हैं. बहुजन समाज पार्टी की तो उसने भी पांच वार्डो में जीत हासिल की है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि लगभग 3 दशक बाद कांग्रेस के भी एक प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. बाकी सीट पर अन्य व निर्दलीयों का कब्जा है.
जीत की चाबी निर्दलीयों के पास
बदायूं में जीत की चाबी निर्दलीयों के पास है और यही वजह है कि चाहे समाजवादी पार्टी हो या भारतीय जनता पार्टी सभी निर्दलीयों को लुभाने में लगे हुए हैं. लेकिन अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिरकार निर्दलीय किसके पक्ष में मतदान करते हैं क्योंकि निर्दलीय जिस पक्ष में वोट करेंगे वह जिला पंचायत अध्यक्ष बन जाएगा. यही वजह है कि दोनों पार्टियों के नेता निर्दलीयों को तोड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. वहीं, चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया है.
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