बदायूं के उसहैत के असमया-रफतपुर, गंगा नदी बिल्कुल गांव से सटकर बह रही है. कटान के डर से लोग पक्के मकानों की ईंटे निकालने में लगे हैं. सबसे ज्यादा स्थिति उसहैत क्षेत्र के करीब 20 गांवों की खराब है. जिनमें जटा और असमया- रफतपुर पर तेजी से कटान जारी है.


वहीं ग्रामीणों का कहना है हमारी हजारों बीघा जमीन बाढ़ की चपेट में आने से डूब गई. हमारे मकान भी डूब गए और वहीं हमारे कुछ परिंवार के लोग बाढ़ के डर की वजह से गांव छोड़ कर चले गए. पलायन कर गए. यहां पर आला अधिकारी सभी आए हमको आश्वासन भी दिया कि आपको रहने के लिए जमीन भी देंगे. हर तरह की आपको मदद भी आएगी लेकिन फिर उसके बाद आज तक कोई भी अधिकारी लौट कर वापस नहीं आया. यहां सभी अधिकारी आए बारी-बारी से सब ने यहां के फोटो खींचे और चले गए.


लगभग 2000 बीघा जमीन कट गई- ग्राम प्रधान


ग्राम प्रधान ने बताया के यहां डीएम साहब आए थे कह कर गए हैं कि आप सभी लोगों की जगह की नपत होगी और सभी के लिए जगह दी जाएगी. डीएम साहब ने कहा आप लोगों के लिए आवास भी दिए जाएंगे लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी यहां नहीं आया. साथ ही ना ही किसी ने ठीक से जमीन की नपत की. लेखपाल और कानूनगो आये थे. उन्होंने ग्रामीणों के फोटो लिए और चले गए फिर यहां किसी ने भी मुड़कर दोबारा नहीं देखा. लगभग 2000 बीघा जमीन कट गई. प्रसाशन ने कोई सुध नही ली.


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