देहरादून. चमोली में स्थित भगवान बदरीनाथ के कपाट मंगलवार को सुबह सवा चार बजे ब्रह्म मुहूर्त में खोल दिए गए. कोविड नियमों का पालन करते हुए सादगी से कपाट खोलने का कार्यक्रम हुआ. इस दौरान सीमित संख्या में ही लोग मौजूद रहे. श्रद्धालुओं को आने की अनुमति अभी नहीं होगी. मंदिर को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है. 


इससे पहले, 14 मई को यमुनोत्री के कपाट और 15 मई को गंगोत्री के कपाट खोले जाने के दौरान भी यही व्यवस्था लागू की गई थी.






6 महीने बाद खोले जाते हैं कपाट
बता दें कि उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में चारधामों के नाम से मशहूर बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट हर साल छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद अप्रैल-मई में श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं.


चारधाम यात्रा पर कोविड का असर
गढ़वाल की आर्थिकी की रीढ माने जाने वाली चारधाम यात्रा पर भी कोविड-19 का साया पड़ गया है. पिछले साल नियत समय से देर से शुरू हुई चारधाम यात्रा को इस बार भी कोविड-19 के मामलों में उछाल आने के चलते फिलहाल स्थगित कर दिया गया है.


चारधाम यात्रा को स्थगित करने की घोषणा करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत ने पिछले महीने कहा था कि धामों के कपाट अपने नियत समय पर ही खुलेंगे लेकिन वहां केवल तीर्थ पुरोहित ही नियमित पूजा करेंगे.


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