Dehradun: बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने अपनी विभिन्न परिसंपत्तियों पर अवैध कब्जे, लीज पर काबिज लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. बीकेटीसी की ओर से ऐसे 188 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं. बीकेटीसी की कार्रवाई के बाद इस वर्ष अब तक बकायेदारों से 22 लाख रुपये की वसूली भी की जा चुकी है.
बीकेटीसी की प्रदेश के अलावा देश के कुछ अन्य राज्यों में भी अलग-अलग परिसंपत्तियां हैं, जिनमें कुछ संपत्तियों पर अवैध कब्जा है उनके मामलों की सुनवाई न्यायालयों में विचाराधीन हैं. कुछ संपत्तियां बीकेटीसी की ओर से किराये पर दी गई हैं. साथ ही कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनके साथ कोई अनुबंध नहीं हुआ है और वे लंबे समय से अनाधिकृत रूप से मंदिर की संपत्तियों पर काबिज हैं और वे किराये का भुगतान भी नहीं कर रहे हैं. कई लोगों की किराया राशि वर्तमान बाजार दरों के अनुसार संशोधित भी नहीं की हुई हैं.
अजेंद्र अजय ने तैयार कराया है संपत्तियों का लेखा
बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की ओर से मंदिर की संपत्तियों का लेखा-जोखा तैयार कराया गया. उन्होंने बकायेदारों से वसूली के लिए निर्देश जारी किए हैं. पिछले एक वर्ष में बकायेदारों से 22 लाख रुपये की वसूली भी की गई है. बीकेटीसी ने ऐसे 188 लोगों को चिन्हित किया है, जो लंबे समय से मंदिर की सम्पत्ति पर अवैध कब्जा जमाए हुए हैं और जिन्होंने किराये का भुगतान नहीं किया है.यहां यह उल्लेखनीय है कि बीकेटीसी आठ संस्कृत कॉलेज, एक संस्कृत विश्वविद्यालय और 22 धर्मशालाओं का संचालन करता है. पिछले वर्ष यानी 2022 में बीकेटीसी को करीब 60 करोड़ रुपये का चढ़ावा मिला था. कोरोनाकाल से पहले वर्ष 2019 में ये चढ़ावा 44 करोड़ रुपये का था.
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