Baghpat News: बागपत (Baghpat) में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सोमवार को बागपत में 213 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया. सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह और जिलाधिकारी राजकमल यादव ने वर-वधु को आशीर्वाद देकर नए वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दी. उधर, खाने को लेकर मारीमारी मची रही. कितने ही घराती और बाराती बिना खाए ही रह गए. हंगामे को देखते हुए पुलिस को बुलाना पड़ा.
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत बागपत में 213 जोड़े शादी के लिए समारोह में पहुंचे, इनमें 186 जोड़े हिंदू और 27 मुस्लिम जोड़ों की धूमधाम के साथ शादियां संपन्न कराई गई. हिंदू जोड़ों की पंडित ने मंत्रोच्चार के साथ शादियां कराई जबकि मुस्लिमों का मौलवी ने निकाह कराया. शादी के बंधन में बंधे सभी जोड़ों को सांसद डा. सत्यपाल सिंह और जिलाधिकारी राजकमल यादव ने आर्शीवाद देते हुए शुभकामनाएं दी.
पांडाल में पुलिस को बुलाना पड़ा
सांसद ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच है, जो निर्धन लोगों की धूमधाम के साथ सामूहिक शादियां हो रही है. गरीब व्यक्ति अपनी बेटी की शादी करने से वंचित नहीं रहता है और दोनों पक्षों के परिवारों के मान सम्मान के बीच यह शादियां कराई जाती हैं. उधर, खाने के दौरान पांडाल में अफरा-तफरी का माहौल नजर आया. घराती और बाराती खाली प्लेट नजर लेकर खड़े रहे. इसी मारामारी को देखते हुए पांडाल में पुलिस को बुलाना पड़ा.
ऐसे मिलता है योजना का लाभ
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जाता है. एक जोड़े पर सरकार द्वारा 51,000 रुपये की धनराशि खर्च की जाती है, जिसमें 35,000 की एफडी दुल्हन के खाते में 10,000 का श्रृंगार, ज्वैलरी, कपड़ों, बर्तन पर खर्च किये जाते हैं और छह हजार रुपए की धनराशि से विवाह कार्यक्रम के आयोजन पर व्यय किए जाते हैं, जिसमें से दोनों पक्षों के साथ आए अतिथियों के लिए खाने भोजन की व्यवस्था होती है.
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