Baghpat News: युवती के आत्महत्या पर तहसील में हुआ हंगामा, पुलिस और लोगों के बीच हुई नोंकझोंक
बागपत (Baghpat) के बड़ौत में कश्यप समाज और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई. ये मामला 15 मई को किशोरी के साथ दुष्कर्म और उसके बाद खुदकुशी करने को लेकर हुआ है.
UP News: बागपत (Baghpat) की बड़ौत (Baraut) तहसील में सोमवार को बड़ा हंगामा हो गया. यहां कश्यप समाज और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई. पुलिस ने धरना दे रहे लोगों को खदेड़ दिया और कई को पकड़कर कोतवाली ले गई. उसके बाद लोगों ने हंगामा कर दिया तो पुलिस ने शांति के साथ अपनी बात कहने की शर्त पर दोबारा तहसील में आने की अनुमति दे दी. लेकिन दोबारा धरना शुरू हुआ तो समाज के लोगों ने पुलिस को खरी खोटी सुनाते हुए न्याय की मांग की.
क्या है मामला?
यह पूरा मामला रमाला थाना क्षेत्र के सूप गांव से जुड़ा हुआ है. 15 मई को एक युवक कश्यप समाज के घर में घुस गया था और किशोरी के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया. आरोपी के साथ दो और युवक थे. पुलिस ने सही कार्रवाई न करते हुए आरोपी को छोड़ दिया. जिससे आहत होकर किशोरी ने जहर निगलकर खुदकुशी कर ली थी.
कश्यप समाज के लोगों ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने, पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने, सही धाराओं में मुकदमा दर्ज करने आदि की मांग की थी. जो पुलिस-प्रशासन ने पूरी नहीं की थी. इन्हीं मांगों को लेकर सोमवार को तय कार्यक्रम पर कश्यप समाज के लोगों ने सोमवार की सुबह तहसील में पहुंच धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. किशोरी के परिजन अस्थियां लेकर धरने में पहुंचे.
क्या बोले एसडीएम?
लोगों ने धरनास्थल पर बैनर लगाना चाहा तो पुलिस ने लोगों से बैनर छीन लिया. लोगों ने इसी को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस कश्यप समाज के कई नेताओं को हिरासत में लेकर कोतवाली ले गई. पुलिस ने धरना दे रहे अन्य लोगों को खदेड़ दिया. दिल्ली बस स्टैंड पर पुलिस से नोकझोंक हो गई. पुलिस ने समाज के लोगों से शांति के साथ अपनी बात कहने की शर्त पर दोबारा लोगों को तहसील में आने दिया और हिरासत में लिए लोगों को भी छोड़ दिया. उसके बाद लोगों ने फिर तहसील में धरना शुरू कर दिया.
लोगों ने धरने में पुलिस पर जमकर भड़ास निकाली और न्याय की मांग की. एसडीएम ने लोगों की मांगों को शासन तक भेजने और मदद का आश्वासन दिया तो समाप्त कर दिया. सुभाष सिंह एसडीएम बड़ौत ने जानकारी देते हुए बताया कि धरना समाप्त हो चुका है. इन लोगों ने लोगों ने एक ज्ञापन दिया है, जो राज्यपाल को संबोधित है. ये ज्ञापन शासन को प्रेषित कर दिया जाएगा. इससे संबंधित जो मांगे हैं, वो स्थानीय स्तर पर किया जाएगा. जो शासन स्तर पर की जानी हैं वो शासन स्तर पर होंगी.
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