Baghpat Protest News: बागपत में दिल्ली-सहारनपुर नेशनल हाईवे (National Highway) पर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक (Bharatiya Kisan Union Arajnaitik) के कार्यकर्ताओं ने जिवाना टोल प्लाजा पर धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस और तहसील अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने और धरना स्थल पर बैठे रहे. कार्यकर्ताओं ने पांच मांगों को पूरा करने की मांग करते हुए धरना समाप्त करने की बात कही.


भाकियू अराजनैतिक के बागपत के जिलाध्यक्ष नरेश चौधरी यूनियन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को लेकर जिवाना टोल प्लाजा पर पहुंचे और टोल प्लाजा कर्मियों पर अभद्रता का आरोप लगाकर धरने पर बैठ गए. कार्यकर्ताओं ने टोल की एक लाइन बंद कर दी, जिससे जाम की स्थिति बन गई. जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर ओपी सिंह और नायब तहसीलदार विकास कुमार यादव टोल पर पहुंचे और काफी देर तक समझाने के बाद कार्यकर्ता नहीं माने तो नायब तहसील लौट आए. जिलाध्यक्ष का कहना है कि टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले वाहन चालक टोल नहीं देंगे. यूनियन का झंडा, टोपी और कार्ड देखकर बिना टोल लिए वाहन को जाने दिए जाए. टोलकर्मी आए दिन वाहन चालकों के साथ अभद्रता करते हैं, इसे बंद करना होगा. कई और मांगों का समाधान कराने की मांग की. 


टोल कर्मियों पर भाकियू ने लगाए ये आरोप
भाकियू अराजनैतिक का आरोप है कि टोल पर तैनात कर्मचारी स्थानीय हैं और इन पर एक-दो मुकदमा दर्ज हैं ऐसे ही कर्मचारियों को टोल पर रखने की प्राथमिकता दी गई है. टोल कर्मी गुंडागर्दी और दादागिरी करते हैं. लोगों के साथ अभद्रता करते हैं. नियम है कि 20 किलोमीटर के दायरे में टोल स्थानीय लोगों के लिए फ्री होता है या फिर 150 रुपये का पास बनता है. उसके बाद स्थानीय लोग आ जा सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है टोल कर्मी स्थानीय लोगों से भी अभद्रता कर टोल वसूल करते हैं. मांग माने जाने के बाद ही टोल पर धरना प्रदर्शन खत्म किया जाएगा.


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