Chinese manjha: बागपत (Baghpat) जनपद में चाइनीज मांझा (Chinese Manjha) लोगों के जान पर भारी पड़ रहा है. चाइनीज मांझे की चपेट में आकर पिछले 18 घन्टे के भीतर ही चार लोगों की गर्दन कट गई. तीन लोगों को गम्भीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि एक व्यक्ति उपचार कराने के बाद घर चला गया. इस बावजूद सरकारी अधिकारी मौन बने हुए हैं जिस कारण बाजार में खुलेआम चाइनीज मांझा की बिक्री हो रही है.


घायल युवक को 46 टांके लगे 


पहला हादसा दोघट थाना क्षेत्र के दाहा गांव में हुआ जहां दाहा गांव निवासी किसान सतेंद्र पुत्र भोपाल सिंह अपने खेत से बाइक पर सवार होकर घर लौट रहा था. अचानक उसकी गर्दन में चाइनीज मांझा उलझ गया. उसकी गर्दन की नसें तक कट गई. उसने हाथ से उसे सुलझाने का प्रयास किया तो हाथ की दो अंगुली भी कट गई जिस कारण वह सड़क किनारे बाइक समेत जा गिरा. उसकी गर्दन में 46 टांके आए. वह अभी भी आईसीयू में भर्ती है. दूसरा हादसा बड़ौत कोतवाली क्षेत्र में बावली रोड पर बाइक सवार राजीव पुत्र महावीर सिंह के साथ हुआ. वह बाजार में सामान खरीदने जा रहा था. अचानक उसकी गर्दन में चाइनीज मांझा उलझ गया जिससे बाइक तुरंत सड़क पर पलट गई. लोगों ने उसे उठाकर निजी अस्पताल में भर्ती कराया. उसकी गर्दन का आप्रेशन हुआ. राजीव की गर्दन में 17 टांके आये.


पुलिस-प्रशासन कर रहा अनदेखी


तीसरा हादसा बागपत थाना क्षेत्र के सरुरपुर गांव में हुआ. यहां पर बड़ौत निवासी टेलर मास्टर मुर्सलीन अपने मित्र नफीस के साथ हरियाणा से वापस घर लौट रहा था. जब इनकी बाइक हाइवे पर सरुरपुर गांव पहुंची तो अचानक मर्सलीन की गर्दन को चाइनीज मांझा काटते हुए पार हो गया. वहां मौजूद लोगों ने एम्बुलेंस की मदद से उसे बड़ौत के निजी अस्पताल में भर्ती कराया. मर्सलीन की गर्दन का आप्रेशन हुआ है और वह अभी भी आईसीयू में गम्भीर हालत में भर्ती है. चौथा हादसा दोघट थाना क्षेत्र के पलड़ी गांव में हुआ. यहां मेरठ के खिवाई गांव का रहने वाला शोएब बाइक पर अपने घर जा रहा था. उसके चेहरे पर चाइनीज मांझा उलझ गया जिससे वह जख्मी हो गया. डॉक्टर्स का कहना है कि चाइनीज मांझे से घायल लोग उपचार के लिए अस्पताल में आ रहे हैं. पुलिस-प्रशासन को इसकी बिक्री पर रोक लगानी चाहिए.


चाइनीज मांझे से अक्सर ऐसी घटनाएं होती है


बड़ौत मेडिसिटी हॉस्पिटल के डॉ. मनीष तोमर का कहना है कि आजकल जो ये चाइनीज मांझे मार्केट में बिक रहा है इसके बहुत ही गंभीर परिणाम निकल रहे हैं. जब ये किसी व्यक्ति को टच कर देता है तो ये मांझे इस जगह पर घाव बना देता है. उन्होंने कहा अक्सर जब कुछ लोग ट्रैवल कर रहे होते हैं तो मांझे दिखाई नहीं देते. ये मांझे लोगों के गर्दन पर जाकर शार्प इंजरी कर देता है. उन्होंने कहा कि अभी जो पेशेन्ट आए हैं उनके गर्दन के ऊपर डीप होल और एक पेशेन्ट के उंगलियों में भी थे और ये कई बार जानलेवा भी साबित हो चुका है.


डॉक्टर्स ने कहा कि सरकार को और प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस पर ध्यान रखना चाहिए कि इस मांझे को बंद किया जाएगा. इसको गंभीरता से मार्केट से हटाया जाना चाहिए जिससे इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके. डॉक्टर्स के अनुसार उनके पास पिछले दो दिन में दो पेशन्ट आए हैं. इसके अलावा हफ्ते में एक आध पशेन्ट जरुर आ जाता है जो चाइनीज मांझे से घायल हुआ हो. ये हमारे लोकल एरिया में एक बड़ी समस्या है.


Kanpur नगर निगम में भ्रष्टाचार की खुली पोल, उद्घाटन के दूसरे दिन टूटा स्मार्ट सिटी के सौंदर्यीकरण का काम


Farmer Protest: लखीमपुर खीरी में चल रहा है किसानों का 75 घंटे का महाधरना, इन मांगों के लिए कर रहे हैं प्रदर्शन