बागपत. कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को बागपत की खाप पंचायतों का भी समर्थन मिला है. खाप पंचायतों की तरफ से दिल्ली-सहारनपुर हाइवे को जाम करने के ऐलान के बाद आंदोलन को सफल बनाने की रणनीति तैयार की गई. दोघट थाना क्षेत्र के दाहा गांव में हुई पंचायत में चौगामा खाप चौधरियों ने बड़ौत-मुजफ्फरनगर रोड को जाम करने का फैसला लिया. खाप के ऐलान के बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट पर आ गया है. डीएम शकुंतला गौतम और एसपी अभिषेक सिंह ने देशखाप के चौधरी सुरेंद्र सिंह के आवास पर पहुंचकर वार्ता की, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला.
"सरकारी की गलत नीतियों के खिलाफ आंदोलन"
किसानों ने कहा कि ये आंदोलन किसानों और मजदूर को लेकर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ है. किसान रोड जाम करेंगे या फिर धरना देंगे. पंचायत में दाहा बस स्टैंड पर धरना प्रदर्शन का भी फैसला लिया गया. किसानों ने कहा कि दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों की पूरी मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को बर्बाद कर दिया है. सरकार का कहना कि करोड़ों रुपये गन्ने का भुगतान कर दिया है, जबकि हकीकत कुछ और है. कृषि कानून ने किसानों को तोड़ने का काम किया है.
कृषि कानूनों पर गंभीरता से विचार की मांग
किसानों ने सरकार ने नए कृषि कानूनों पर गंभीरता से विचार करने की भी मांग की. किसानों ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों की पीड़ा को और बढ़ाएंगे. हम सरकार से इस पर गंभीरता से विचार करने की मांग कर रही है.
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